सार

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित भगवान श्री कृष्ण के अवतार माने जाने वाले सांवलिया सेठ के यहां खुली तिजोरियों की गिनती अभी भी जारी है। मंदिर परिसर में कई घंटों से नोट गिन रहे चालीस लोग। शुक्रवार रात तक 7 करोड़ गिने गए।

चित्तौड़गढ (chhittorgarh). राजस्थान के चित्तौडगढ़ जिले में स्थित भगवान श्रीकृष्ण के अवतार माने जाने वाले भगवान सावंलिया सेठ के मंदिर की तिजारी शुक्रवार को खोली गई है। आठ से दस तिजोरियों और दान पेटियों में से शुक्रवार शाम तक सिर्फ दो ही खोली गई थी। इनमें ही करीब आठ करोड़ रुपयों का चढ़ावा जमा किया गया है। अभी करीब आठ तिजोरियां खुलना बाकी हैं। इस बार एक महीने का चढ़ावा करीब पंद्रह करोड़ रुपए तक जा सकता है।

राजभोग आरती के बाद शुरू हुई नोटो की काउंटिंग

मंदिर प्रबंधन कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर में राजभोग आरती के बाद नोटों की गणना शुरु की गई। तिजोरियों और दानपेटियों को खाली कर नोटों के करीब दस बोरे भरे गए। इनमें से दो गिन लिए गए हैं नोटों की गणना के अवसर पर मंदिर मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भेरू लाल गुर्जर, मंदिर मंडल बोर्ड के सदस्य अशोक शर्मा, बैंक के पदाधिकारियों समेत कई लोग मौजूद रहे। इनके अलावा करीब चालीस लोग नोट गिनने के लिए लगाए गए हैं। नोटों की

भक्तों ने विदेशी करेंसी भी की दान

आज मौनी अमावस है ऐसे में मंदिर में दर्शन करने वाले लोगों की तगड़ी भीड़ है। मंदिर में ऐसे ही इंतजाम भी किए गए हैं। और अब नोटों की गिनती सोमवार को की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सांवलिया सेठ की तिजोरी में भारतीय मुद्रा के अलाव विदेशी मुद्रा भी मिली है। इस बार की गई गणना में करीब दो सौ इंग्लैंड के पौंड मिले हैं। सारी रकम को बैंक में जमा कराया जाना है।

उल्लेखनीय है कि हर महीने में एक बार मंदिर में आने वाले चढ़ावे की गणना सीसीटीवी कैमरों की नजर के साथ ही पूरी सुरक्षा के तौर पर की जाती है। हर बार अक्सर महीने के अंत में यह गणना की जाती है, लेकिन कई बार त्योंहार होने या अन्य कारणों से महीने के बीच में भी गणना की जाती है। सांवलिया सेठ के बने हुए ट्रस्ट के खातों में अरबों रुपए जमा हैं।