सार

राजस्थान के मख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शपथ लेने के एक दिन बाद ही एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने पहले दिन ही देर रात तक बड़े अफसरों तक मीटिंग की। साथ ही ताबड़तोड़ बड़े फैसले भी लिए गए।

जयपुर. पहली बार विधायक बने और पहली बार में ही सीएम बना दिए गए। सीएम बनने के बाद सीएम अपनी फार्म में आ गए। पहले ही दिन ताबड़तोड़ फैसलों से सबको चौंका दिया है। सीएम के इन फैसलों की तारीफ की जा रही है। युवाओं को उम्मीद जगी है क्योंकि दोनो ही फैसले युवाओं से संबधित हैं। इन पर अमल शुरू कर दिया गया है।

सीएम ने अफसरों को दिया टास्क

दरअसल राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा को कल दोपहर में ही पीएम मोदी ने सीएम पद की शपथ दिलाई। उसके बाद सीएम भजन लाल शर्मा और दोनो डिप्टी सीएम सचिवालय चले गए। वहां पर पूजा पाठ और मुहुर्त के बीच नई कुर्सी ग्रहण की। उसके बाद अफसरों से बातचीत शुरू की गई। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने का ही टास्क है, उसे पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

सीएम ने देर रात की अफसरों के साथ मीटिंग

इस बीच अफसरों को देर रात मीटिंग का मैसेज आया तो अफसर भी चौंक गए। नए सीएम ने देर रात करीब नौ बजे के बाद अफसरों की बैठक ली और ताबड़तोड़ फैसले लेना शुरू कर दिया। सबसे पहला जो फैसला लिया गया वह पेपर लीक माफिया को काबू करने के लिए लिया गया है। पेपर लीक माफिया को काबू करने के लिए एसआईटी बनाई गई है। यानी स्पेशल इन्वेस्टिकेशन टीम.....इसमें चुनिंदा अफसरों को लिया गया है। उनको आज से काम करने के लिए भी कह दिया गया है। दूसरा फैसला एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन का है। प्रदेश में पांच साल में गैंगस्टर पनप रहे हैं। उन्हें काबू करने के लिए एडीजीपी स्तर के अफसर और उसकी टीम को चुना गया है। आज फिर से बैठक बताई जा रही है।