सार

राजस्थआन में मुफ्त बिजली, फ्री मेडिकल सुविधाएं, फ्री मोबाइल के बाद अब सीएम गहलोत ने जातिगत आरक्षण को लेकर बड़ा दांव खेला है। यहां देखें अब किस जाति को कितना रिजर्वेशन राजस्थान में मिलेगा।

जयपुर. राजस्थान में एसेंबली इलेक्शन कुछ ही महीने में होने वाले हैं। ऐसे में गहलोत सरकार जनता को साधने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है। चुनाव से पहले सीएम गहलोत ने लोगों के लिए सुविधाओं का पिटारा खोल दिया है। प्रदेश में बिजली, मेडिकल, मोबाइल के बाद अब जातिगत आरक्षण भी छह प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है।

देर रात सीएम ने बड़ा धमाका किया है और जातिगत आरक्षण प्रतिशत में बढ़ोतरी कर दी है। सीएम गहलोत ने खुद सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिए यह जानकारी जारी की। इसके साथ ही अधिकारियों से इसे जल्द ही लागू करने के लिए भी निर्देश दिए हैं।

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ओबीसी रिजर्वेशन 27 प्रतिशत हुआ
सीएम गहलोत ने अन्य पिछड़ा वर्ग में जातिगत आरक्षण बढ़ा दिया है। पहले ओबीसी यानि अति पिछडा वर्ग को राजस्थान में सरकार 21 प्रतिशत तक रिजर्वेशन दे रही थी जिले बढ़ाकर अब 27 प्रतिशत कर दिया गया है। देर रात 6 फीसदी की बढ़ोतरी रिजर्वेशन में की गई है। इसे ओबीसी में अति पिछडा वर्ग में आने वाली जातियों के लिए रिजर्व किया गया है।

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आदिवासी दिवस के बाद देर रात लिया फैसला
बुधवार 9 अगस्त को राजस्थान में आदिवासी दिवस मनाया गया। राहुल गांधी को विशेष मेहमान के तौर पर बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम बुलाया गया था। आदिवासी लोगों के विकास के लिए कई योजनाओं पर बात हुई और उसके बाद देर रात सीएम ने ये फैसला लिया।

ये हुआ जातिगत आरक्षण अब राजस्थान में
राजस्थान में अब जातिगत आरक्षण की बात की जाए तो अभी एससी (SC) को 16 प्रतिशत, एसटी को 12 प्रतिशत, ईडब्ल्यूएस को 10 प्रतिशत आरक्षण और एमबीसी को 5 प्रतिशत आरक्षण है। ओबीसी आरक्षण को अब 21 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके बाद अब राजस्थान में कुल आरक्षण 70 प्रतिशत हो गया है।