सार
जोधपुर में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या कर उनका शव जला देने घटना के बाद राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में हड़कंप मच गया है। वहीं कांग्रेस विधायक दिव्या मदरेणा इस हत्याकांड के बाद डरी हुई हैं। उन्होंने कहा-अब मेरा नंबर कभी आ सकता है।
जोधपुर (राजस्थान). जोधपुर के ओसिंया इलाके में चार लोगों की निर्मम हत्या के बाद अब मामला सरकार के खिलाफ जा रहा है। जोधपुर से ही आने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जोधपुर के ही निवासी सीएम अशोक गहलोत को आडे हाथों लिया है। उनका कहना है कि सीएम के जिले में कभी रेप हो रहे हैं और कभी मर्डर हो रहे हैं। अपराध इतना बढ़ गया है कि अब उनके काबू से बाहर जा रहा है। ये शर्म की बात है कि जोधपुर , सीएम अशोक गहलोत का गृह जिला है।
विधायक दिव्या मदेरणा पर हो चुका है जानलेवा हमला
उधर जोधपुर के ओसिंया से विधायक दिव्या मदेरणा ने अपनी ही सरकार पर हमला बोला है। आज जब वे विधानसभा में बोलना चाह रही थी स्पीकर सीपी जोशी ने उनको रोक दिया और कहा कि सरकार इस ममले में शाम को पांच बजे जवाब देगी। बाद में बाहर आकर विधायक दिव्या का गुस्सा निकला। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि रेंज आई शेर सिंह सिर्फ ऐसी में बैठ रहते हैं और तबादले करते हैं। अब तो जोधपुर में रहने में डर लगता है। मेरे उपर दो बार हमला हो चुका है। वहां कोई सुरक्षित नहीं रह गया है। दिव्या मदेरणा ने कहा कि पूरे जोधपुर में कहीं का भी एसएचओ नहीं बदला, सिर्फ मेरे इलाके यानि ओसिंया में एसएचओ बदले गए हैं। हांलाकि बाद में उन्होनें जोधपुर एसपी की तारीफ भी की है।
जोधपुर घटना के बाद हरकत में गहलोत सरकार
इस पूरे घटनाक्रम के बाद जयपुर स्थित राजस्थान पुलिस मुख्यालय से एडीजी क्राइम दिनेश एमएन जोधपुर के लिए रवाना हो गए हैं और वहां शाम से पहले वे इस मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे। उसके बाद सरकार इस मामले में शाम को पांच बजे के बाद बयान देगी।
जानिए क्या है जोधपुर हत्याकांड
बता दें कि जोधपुर जिले के ग्रामीण इलाके में स्थित ओसियां थाना क्षेत्र के एक गांव में पूनाराम जाट, उसकी पत्नी भंवरी देवी, बहू धापू देवी और छह महीने की बेटी मनीषा की गला काटरक हत्या कर दी गई और उसके बाद लाशों को जला दिया गया। धापू देवी का पति काम से गया हुआ था। चर्चा है कि एक पक्ष से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। दस दिन से घर में लाइट भी नहीं थी। इस कारण परिवार के अधिकतर लोग बाहर सो रहे थे। बाहर से उनको घसीटकर अंदर लाया गया और फिर मारकर जला दिया गया।