सार
राजस्थान में विधानसभा सत्र की शुरुआत हंगामें के साथ हुई। कांग्रेस के अधिकतर विधायक हाथ पर काली पट्टी बांधकर या काले कपड़े पहनकर आए। उन्होंने दिल्ली संसद में हुई घटना की निंदा करते हुए हंगामा किया।
जयपुर. दिल्ली के संसद में हुए मिमिक्री कांड का असर बुधवार को राजस्थान में शुरू हुए विधानसभा सत्र में भी देखा गया।कांग्रेस ने बगैर राज्यपाल के अभिभाषण सत्र बुलाने पर आपत्ति जताते हुए हंगामा किया। लेकिन बाद में हालात पर नियंत्रण किया गया, जिससे कुछ देर के लिए शांति छाई रही। यह सब आज राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा के पहले दिन पहले घंटे में ही हो गया। प्रोटेम स्पीकर के पद पर कालीचरण सराफ हैं, जो जयपुर की मालवीय नगर सीट से विधायक हैं।
बगैर राज्यपाल के अभिभाषण सत्र बुलाने पर आपत्ति
कांग्रेस के विधायकों द्वारा बुधवार को बगैर राज्यपाल के अभिभाषण सत्र बुलाने पर आपत्ति जताई। कांग्रेस के अधिकतर विधायक हाथ पर काली पट्टी बांधने के साथ ही काले कपड़े पहनकर भी आए। इसी के साथ उन्होंने दिल्ली के संसद में हुई घटना की भी निंदा की। ये आपत्ति कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने जताई।
हाथ पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे विधायक
दरअसल जयपुर स्थित विधानसभा में आज भाजपा की नई सरकार बनने के बाद नए विधायकों को शपथ दिलाने का कार्यक्रम चल रहा है। शपथ लेने के लिए 199 विधायक बुलाए गए हैं और इनमें से अधिकतर पहुंच भी गए हैं। इनमें कांग्रेस के करीब पचास से ज्यादा विधायक आज जब विधानसभा पहुंचे तो उन्होनें सीधे हाथ पर काली पट्टी बांधी हुई थी। कुछ तो पूरे काले कपड़े पहनकर आए थे।
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काले कपड़े पहनकर जातया मौन विरोध
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह डोटासरा भी विधायक की शपथ लेने आए थे। वे काले रंग का सूट पहने थे। शपथ लेने के बाद उन्होनें कहा कि दिल्ली की संसद में लोकतंत्र की जो हत्या हुई मैं उसकी घोर निंदा करता हूं। उसके बाद भी अपने बयान जारी रखे। लेकिन उनको प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने बिठा दिया। कालीचरण ने कहा कि सिर्फ शपथ ही दर्ज की जाए, बाकि जो भी उन्होनें बोला वह दर्ज नहीं किया जाए। उसके बाद कांग्रेसियों ने हंगामा किया।
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