सार
धौलपुर. राजस्थान के धौलपुर जिले के सैपऊ स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर दिनेश नरूका ने गुरुवार सुबह अपने सरकारी क्वार्टर में डीजल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। इस घटना के समय उनकी पत्नी वॉशरूम में थी। जैसे ही पत्नी को मामले की भनक लगी, उसने झांका और देखा कि कमरे में आग लगी हुई है। पत्नी की चीख-पुकार से आसपास के लोग भी एकत्रित हो गए और नर्सिंग स्टाफ ने तत्परता से गेट तोड़कर आग बुझाई।
गंभीर हालत में इलाज के लिए रेफर
चिकित्सा कर्मियों ने डॉक्टर दिनेश नरूका को तुरंत अस्पताल में भर्ती कर इलाज शुरू किया। हालांकि, उनकी स्थिति गंभीर थी, जिससे उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल में इलाज न होने के कारण उन्हें ग्वालियर के एक निजी अस्पताल भेजा गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। डॉक्टर के दोनों हाथ, पैर और चेहरा गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
सुसाइड के प्रयास की वजह अभी स्पष्ट नहीं
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर दिनेश नरूका अपनी पत्नी के साथ सरकारी क्वार्टर में रह रहे थे। सुबह उनकी पत्नी वॉशरूम में गई थी, इस दौरान डॉक्टर ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। घटना के बाद पत्नी ने तुरंत अस्पताल के कर्मियों को मदद के लिए आवाज़ लगाई। पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने इस घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पत्नी से विवाद चल रहा था। साथ ही पारिवारिक तनाव की वजह से डॉक्टर ने यह कदम उठाया। लेकिन इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बन गई
सीएचसी प्रभारी डॉक्टर शोभित शर्मा ने कहा कि डॉक्टर नरूका के आत्महत्या के प्रयास के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। साथ ही, पुलिस को भी इस मामले से अवगत कर दिया गया है। इलाके में यह घटना चर्चा का विषय बन गई है और लोग इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त कर रहे हैं।