सार

कहते हैं कि अगर कुछ करने का जज्बा हो तो सफलता एक दिन जरूर मिलती है। राजस्थान के धौलपुर के एक किसान के बेटे की किस्मत ऐसी रही कि उसकी एक साथ चार-चार सरकारी नौकरी मिली।

धौलपुर (राजस्थान). जब भी बात राजस्थान में किसी युवा के नौकरी लगने की हो तो उसके पीछे एक संघर्ष की बड़ी कहानी रहती है कोई बिना लाइट के एग्जाम में टॉप कर लेता है तो कोई रोज कोसों दूर चलकर पढ़ाई करता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में हाल ही में एक सब इंस्पेक्टर ऐसा भी बना है जिसका परिवार तो भले ही कर्ज में डूबा था लेकिन वह अपने उद्देश्य पर अटल रहा और आखिरकार सफलता हासिल कर ली इतना ही नहीं इन हालातो में रहकर उसने एक नहीं बल्कि तीन नौकरियां छोड़ी और आखिर में सब इंस्पेक्टर बना।

परिवार हमेशा कर्ज में डूबा रहता था...

हम बात कर रहे हैं राजस्थान के धौलपुर जिले के छोटे से गांव धनेरा के रहने वाले पिंकेश मीणा की। जिनके परिवार के पास खुद के जीवन -यापन का केवल एकमात्र सहारा खेती ही थी। परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं होने के चलते परिवार हमेशा कर्ज में डूबा रहता है। परिवार की मदद करने के लिए वह भी खेती का काम करते। यहां तक कि घर चलाने के लिए पिंकेश ने अपने पिता के साथ खनन का कार्य भी किया लेकिन इसी बीच पिंकेश के पिता मुरारी लाल को बीमारी लग गई ऐसे में उन्होंने कमाना बंद कर दिया फिर क्या था परिवार को सेठ साहूकारों से कर्ज लेना पड़ा।

किस्मत ऐसी की मिली 4-4 सरकारी नौकरी

इतने संघर्षों के बावजूद भी 2008 में आखिरकार पिंकेश की आरएसी में कांस्टेबल के पद पर नौकरी लग गई लेकिन इसके बाद भी उन्होंने पढ़ाई रखना जारी रखा। 2011 में शादी हुई तो भी परिवार को कर्ज लेना पड़ा लेकिन हर चुनौती का पिंकेश ने डटकर सामना किया। और कांस्टेबल बनने के बाद वह पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी की नौकरी भी लगी और अंत में अब सब इंस्पेक्टर के रिजल्ट में उनका चयन हो गया। इतना ही नहीं पिंकेश के दोनों भाई भी अब सरकारी नौकरी में है। परिवार की आर्थिक स्थिति भी अब मजबूत हो चुकी है।