सार

पटाखे दिवाली पर फोड़े जाते हैं, लेकिन राजस्थान में ऐसे पटाखे बिक रहे हैं जिन्हें लोग खाने के लिए खरीद रहे हैं। इनकी डिमांड इतनी ज्यादा हो कि लोग एडवांस बुकिंग कर रहे हैं। 

जयपुर. बिल्कुल हम बात कर रहे हैं, खाने वाले पटाखे की जो राजस्थान के कई शहरों में बिक रहे हैं। इसमें जोधपुर , जयपुर समेत अन्य बड़े शहर शामिल हैं और उनकी कीमत भी बेहद कम है।‌ जो जेब को आसानी से खुश कर सकती है। दरअसल राजस्थान के कई कैटरर्स अनार , चकरी, बम की शेप में मिठाई बना रहे हैं और इन्हें बेहद पसंद किया जा रहा है। सबसे ज्यादा उपयोग उपहार लेने और देने में किया जा रहा है।

राजस्थानियों ने किया नया प्रयोग

जोधपुर के मिठाई निर्माता निखिल वैष्णव ने बताया कि हम पिछले कुछ समय से इस तरह की मिठाई का प्रयोग कर रहे थे । पिछली बार इसे बनाया गया तो कम मात्रा में बनाया, ऐसा लग रहा था कि शायद लोग पसंद नहीं करेंगे।‌ लेकिन जो थोड़ी सी मिठाई पिछले साल बनाई गई वह कुछ घंटे में ही बिक गई। बाद में पता चला इसके ऑर्डर भी आने लगे, लेकिन दिवाली चली जाने के कारण पिछली बार इसे नहीं बनाया गया।

इन पटाखों में बारूद की जगह है मावा और ड्राई फ्रूट्स

इस बार दिवाली के महीने में शुरुआत से ही ऑर्डर मिलने लगे और सबसे ज्यादा उपयोग उपहार लेने देने और एक्सपोर्ट में किया जाता है।‌ मिठाई करीब ₹1500 से लेकर ₹2000 किलो तक में बनती है। जिसमें मावा और ड्राई फ्रूट्स का उपयोग किया जाता है। जो 7 से 10 दिन तक खराब नहीं होती है।

दिवाली के दो दिन पहले से शुरू हुई बिक्री

खाने की मिठाइयों में सबसे ज्यादा बिक्री अनार और लडी की होती है । इसके अलावा सुतली बम और टंकी बम भी बेहद डिमांड में है ।‌वही लाल पटाखे वाली लड़ी ऑर्डर पर ही बनाई जाती है।‌ जिस तरह से अन्य मिठाइयां बनाई जाती है। उस तरह से इनका निर्माण नहीं किया जाता। उनके लिए अलग प्रक्रिया अपनाई जाती है । फिलहाल जोधपुर , जयपुर , अजमेर जैसे शहरों में यह मिठाई बिक रही है। इन्हें पसंद भी किया जा रहा है। इनकी बिक्री दिवाली के दो दिन पहले से शुरू होकर त्यौहार के 5 दिन लगातार चलती है।