सार
राजस्थान के डूंगरपुर शहर से दिल झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। यहां बेटे की चाह रखने वाले राक्षसी पिता ने अपनी मासूम बेटी को चैत्र नवरात्रि के अष्टमी के दिन गला घोट बेरहम मौत दे कपड़े में लपेट नदी में फेंका। 2 दिन बाद मिला डेढ़ साल की मासूम का शव।
डूंगरपुर (dungarpur news). बेटा और बेटी दोनों समान है। सरकार ऐसा बताने के लिए विज्ञापनों के जरिए हर साल लाखों करोड़ों रुपए खर्च करती है। लेकिन उसके बावजूद भी राक्षसी प्रवृत्ति के कुछ लोग अपनी ही संतानों की हत्या करने से नहीं चूकते। इसी तरह का एक निर्मम हत्या कांड राजस्थान के डूंगरपुर जिले में हुआ है। 2 दिन पहले अष्टमी के दिन पिता ने अपनी डेढ़ साल की बेटी को जान से मार दिया। उसका गला घोट दिया और उसे कपड़े में बांधकर नदी में फेंक दिया। उसके बाद फरार हो गया।
मां अपनी बेटी को मानती रही लापता
अपनी मासूम बेटी के साथ हुए दर्दनाक कांड के बारे में पत्नी को जरा सी भी भनक नहीं थी। वह बेटी के लापता होने की शिकायत करती रही। आज किसी ने पुलिस को नदी में लाश होने के बारे में जानकारी दी तो पुलिस ने लाश बरामद की। मामले की जांच धंबोला थाना पुलिस कर रही है।
2 दिन बाद बेजान हाल में मिली मासूम
पुलिस ने बताया कि थाना इलाके में स्थित गांव में रहने वाले नरेश ने अपनी बेटी की हत्या कर दी। उसके बाद फरार हो गया। लेकिन हत्या के बारे में आज पता चल सका। जब बेटी की लाश पास हुई नदी से बरामद हुई। पुलिस ने बताया कि 2 दिन से नरेश की पत्नी और पुलिस दोनों उसकी बेटी को तलाश करने की कोशिश कर रहे थे । किसी को नहीं पता था कि बेटी की हत्या कर दी गई है। आज किसी ने बताया कि नदी के किनारे पर सफेद रंग का एक कपड़ा मिला है। उसमें लाश जैसा कुछ नजर आ रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की तो पता चला कि लाश उसी डेढ़ साल की बच्ची की थी जो, 2 दिन से लापता है।
बेटे की चाह रखने वाले लोभी ने कर दी बेरहम वारदात
नरेश फिलहाल फरार है उसकी तलाश की जा रही है । नरेश की पत्नी ने पुलिस को बताया कि डेढ़ साल से वह बेटी को जैसे-तैसे बचा रही थी। उसे एक पल भी अपने से अलग नहीं करती थी। क्योंकि नरेश को बेटा चाहिए था। जिस दिन बेटी पैदा हुई उसी दिन उसने कह दिया था कि यह ज्यादा दिन के लिए नहीं बचेगी, पुलिस अब नरेश की तलाश कर रही है।
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