सार

देश की सबसे बड़ी पेयजल योजना जल जीवन मिशन में पाइपलाइन खरीद में घोटाला सामने आने के बाद राजस्थान में ईडी की छापेमारी शुरू हो गई है। योजना से जुड़े अफसर के घर से लाखों कैश मिलने की सूचना पर तीन तो गिरफ्तर भी किया गया है। 

जयपुर। देश की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना यानी जल जीवन मिशन में इसमें लगाए जाने वाले पाइप के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। यह घोटाला इतना बड़ा है कि राजस्थान सरकार की जांच एजेंसियों के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय यानी ने एक्शन लिया है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आज राजस्थान के दो शहरों में छापे मारे हैं। ईडी की रेड पिछले कई घंटे से चल रही है। 

6 से ज्यादा अफसर और ठेकेदार रडार पर
जयपुर और अलवर में कई जगहों पर की गई छापेमारी में चार से पांच करोड़ रुपये कैश मिलने की सूचना आ रही है। फिलहाल राजस्थान में इस परियोजना का काम देख रहे 6 से ज्यादा अफसर और ठेकेदार ईडी के रडार पर है। जयपुर में फिलहाल चार जगह पर ईडी की कार्रवाई चल रही है। इनमें वैशाली नगर, सिंधी कैंप, झोटवाड़ा और कालवाड़ रोड इलाका शामिल है। वहीं अलवर के बहरोड़ और उसके नजदीकी कस्बे में प्रवर्तन निदेशालय ने रेड डाली है।

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बड़े मंत्री के करीबी बताए जा रहे आरोपी अफसर और ठेकेदार
मामले में तीन से चार अफसर और ठेकेदार को गिरफ्तार कर एसीबी ने जेल भेजा था। उनके पास लाखों रुपए मिलने की सूचना थी। इस कार्रवाई के बाद अप्रवर्तन निदेशालय की टीम कार्रवाई कर रही है। यह ठेकेदार और अधिकारी राजस्थान सरकार में एक बड़े मंत्री के करीबी भी बताए जा रहे हैं। एसीबी ने एक्सईएन मायलाल सैनी, जेई एन प्रदीप कुमार, ठेकेदार पदमचंद जैन और उसके असिस्टेंट मलकीत सिंह को अरेस्ट किया था। इनके पास से लाखों रुपया कैश मिलने की सूचना पर एसीबी ने कार्रवाई की थी।

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आखिर जल जीवन मिशन और इस पर हंगामा 
देश के राज्यों में स्थित ग्रामीण इलाकों में पानी पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर जल जीवन मिशन परियोजना शुरू की है। इसके तहत आधा पैसा केंद्र सरकार देगी और आधा राज्य सरकार को लगाना होगा। इस परियोजना में राज्य सरकारों के जलदाय विभाग के जिम्मे यह कार्य सौंपा गया है। जलदाय विभाग से जुड़े अफसर को इस काम में लगाने के बाद राजस्थान में बड़े घोटाले सामने आए हैं। पता चला कि वाटर सप्लाई के लिए बिछाने वाली स्टैंडर्ड पाइपलाइन के जगह बेहद हल्की और सस्ती पाइपलाइन का इस्तेमाल किया गया है। 

कहीं घटिया पाइपलाइन डाली तो कहीं पुरानी वाली बदली ही नहीं
कई गांव में तो कई किलोमीटर तक पुरानी पाइपलाइन को ही नया बताकर काम बंद कर दिया गया। कुछ ग्रामीण इलाकों में पाइपलाइन इतनी घटिया स्तर की डाली गई कि पानी सप्लाई से पहले ही वह टूट गई। इस तरह की और भी काफी सारी परेशानियां राजस्थान में जल जीवन मिशन में देखने को मिल रही हैं। इस मामले में अपवर्तन निदेशालय की दखल के बाद राज्य सरकार के मुश्किल बढ़ना तय है।