सार
शिक्षानगरी से मशहूर यानि राजस्थान के कोटा शहर की रेलवे स्टेशन पर मानवता की अनोखी मिसाल देखनो को मिली। जहां एक गर्भवती महिला का अचानक लेबर पेन शुरू हो गया तो सफाईकर्मी महिलाओं ने डॉक्टरों की तरह डिलेवरी कराई।
कोटा. राजस्थान के कोटा शहर में अजीबो गरीब घटना सामने आई है। एक महिला ने रेलवे स्टेशन पर बच्चे को जन्म दिया है। इस तरह की घटना कोटा ही नहीं प्रदेश में ही पहली बार हुई है कि किसी महिला ने रेलवे स्टेशन पर बिना डॉक्टर्स की मदद के बच्चे को जन्म दिया है। घटना कोटा रेलवे स्टेशन की है।
सफाई कर्मचारी महिलाएं जब देवदूत बनकर आईं...
दरअसल कोटा में रेलवे स्टेशन पर गेट नंबर दो के नजदीक अपने पति के साथ बैठी महिला को अचानक लेबर पेन शुरू हो गया। पति और पत्नी भवानीमंडी जाने के लिए ट्रेन लेना चाह रहे थे। महिला करीब साढ़े आठ महीने की गर्भवती थी। अचानक वह चीखने चिल्लाने लगी । पति हैरान हो गया। वह मदद के लिए इधर उधर भागा इस दौरान पत्नी चीखती हुई अचेत हो गई। आसपास काम कर रही सफाई कर्मचारी महिलाएं मानों देवदूत बनकर आई हों। इसी दौरान रेलवे सुरक्षा बल की दो महिला पुलिसकर्मी वहां आ गई। सभी ने मिलकर महिला को उठाया और नजदीक ही एक रूम मे ले जाकर सुरक्षित प्रसाव कराया।
भगवान की दया से सब कुछ सुरक्षित तरह से हो गया
इस दौरान पति वहीं मौजूद था। कुछ देर के बाद अंदर से बच्चे के रोने की आवाज आई, पता चला कि बेटा हुआ है। अंदर से महिला आई और बेटे को पिता के हाथों में सौंपा। बाद में नजदीक ही अस्पताल में मां और नवजात को रवाना कर दिया गया। बच्चे का सुरक्षित प्रसव हुआ तो स्टेशन पर मौजूद लोगों ने पूरी टीम को बधाई दी। सफाई कर्मचारी महिलाओं का कहना था कि ऐसी स्थित बनी कि कुछ समझ ही नहीं पाए, भगवान का नाम लिया और उसके बाद प्रसव कराने में मदद की। भगवान की दया से सब कुछ सुरक्षित तरह से हो गया। पति और स्टेशन पर मौजूद लोगों ने महिला सफाई कर्मियों और सुरक्षा बल में तैनात महिला पुलिसकर्मियों का आभार जताया।