सार
राजस्थान के डूंगरपुर के आसपुर कस्बे में 30 साल के बेटे सुरेंद्र ने अपनी मां को बचाने के लिए अपनी जान गंवा दी। भैंसे के हमले से मां को बचाते हुए सुरेंद्र की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
जयपुर. डूंगरपुर जिले के आसपुर कस्बे से इमोशनल और दिल को झकझोर देने वाली खबर है। जहां एक 30 साल के बेटे ने अपनी मां को बचाने के लिए अपने प्राण गंवा दिए। वह मां पर हमला करने आए 700 किलो वजनी भैसें से टकरा गया। उसनी अपनी मां को तो बचा लिया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
मां की खातिर बेटे के उड़ गए चिथड़े
दरअसल, यह घटना शनिवार देर शाम की है। जहां सुरेन्द्र और उसकी मां आनंद कंवर खेत में थे। दोनो काम कर रहे थे, इसी दौरान एक भैंसा दौड़ता हुआ आया और उसने मां आनंद कंवर को टक्कर मार दी। बेटे ने देखा तो वह भैसें से जा भिड़ा। किसी तरह उसने मां को बचा लिया लेकिन भैसें ने सुरेन्द्र के शरीर को चिथड़े - चिथड़े कर दिए। जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
वह मंजर दिल दहला देने वाला था
इस घटना का एक वीडियो भी आया है, जिसे नजदीक के खेत में खड़े युवक ने बनाया है, वह भी महिला को बचाने की कोशिश करने लगा। लेकिन भैसें के गुस्से के आगे आगे आने की हिम्मत नहीं जुटा सका। उसका कहना है कि जब भैंसे ने हमला किया तो ऐसा लगा जैसे वह आदमखोर हो गया है, या पागल…वह मंजर दिल दहला देने वाला था। लेकिन सुरेंद्र ने जो हिम्मत दिखाई है उसे सलाम करता हूं एक बेटा ही ऐसा कर सकता है।
तीन की बेटी और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
वहीं आनंद कवंर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। सुरेन्द्र के पिता हिम्मत सिंह ने बताया कि बेटा और उसकी मां ही खेती संभालते थे। हिम्मत सिंह पेशे से ड्राइवर हैं। 4 साल पहले बेटे की शादी हुई थी। उसकी तीन साल की एक बेटी है। इस घटना के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। आज शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
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