सार

सांसद हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और चंद्रशेखर आजाद रावण की आजाद समाज पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है। इस बार राजस्थान के चुनावी रण में दोनों साथ में लड़ाई लड़ेंगी।

नागौर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। प्रदेश में भले ही कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही कांटे का मुकाबला होने की बात कही जा रही है लेकिन अन्य राजनीतिक दल भी पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। इसके लिए अन्य दलों ने एक दूसरे के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने का मन बना लिया है।

आरएलपी और आसपा का राजस्थान में गठबंधन
राजस्थान में हनुमान बेनीवाल और आजाद समाज पार्टी का गठबंधन हो चुका है। इसकी घोषणा हनुमान बेनीवाल और आजाद समाज पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण ने की। दोनों प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने वाले हैं। वही दोनों नेताओं का कहना है कि गठबंधन होने के बाद राजस्थान में भाजापा और कांग्रेस दोनों को ही करारा जवाब मिलेगा। पार्टी अब जल्द ही 12 से ज्यादा प्रत्याशियों के नाम घोषित करने वाली है।

पिछली बार 80 लाख वोटर थे कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पिछली बार 80 लाख लोगों ने कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ वोट दिया था। इस आधार पर ही हम सोच सकते हैं कि आवाम क्या सोच रही है। 29 अक्टूबर को जयपुर में बड़ी रैली आयोजित करने जा रहे हैं जिसमें परिवर्तन की आवाज को बुलंद किया जाएगा।

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पहले भी कई बार राजस्थान आ चुके हैं चंद्रशेखर
भले ही आजाद समाज पार्टी राजस्थान में अपना खास वर्चस्व नहीं रखती हो लेकिन चंद्रशेखर आजाद कई बार यहां आ चुके हैं। इन्हें चंद्रशेखर रावण के नाम से भी जाना जाता है। इस गठबंधन का चुनाव में कहीं ना कहीं फायदा मिल सकता है। वहीं हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की भी लगातार राजस्थान में लोकप्रियता बढ़ रही है। बेनीवाल नागौर से सांसद हैं। हालांकि देखना होगा कि चुनाव में जनता किसका कितना साथ देती है।