सार

भांकरोटा एलपीजी ब्लास्ट में 19 लोगों की मौत के बाद सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। NHAI के रीजनल ऑफिसर का तबादला कर दिया गया है। हाईवे पर अवैध कट को हादसे का कारण माना जा रहा है।

जयपुर. राजधानी जयपुर के भांकरोटा में हुए एलपीजी टैंक ब्लास्ट मामले में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है। आठ लोगों का इलाज अभी तक जारी है। जिनके शरीर भी 50% से ज्यादा झुलसे हुए हैं। अभी सरकार के द्वारा मामले में जांच के लिए कई कमेटियों का गठन किया गया है। लेकिन इस बीच नेशनल हाईवे संख्या अथॉरिटी ऑफ इंडिया के द्वारा बड़ा एक्शन लिया गया है।

हादसे के बाद सरकार ने किया बड़ा फेरबदल

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के द्वारा राजस्थान में रीजनल ऑफिसर के पद पर ड्यूटी कर रहे दिनेश कुमार चतुर्वेदी का तबादला रीजनल ऑफिसर के पद से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुख्यालय पर कर दिया गया है। उनकी जगह अब्दुल बासित को राजस्थान में रीजनल ऑफिसर पद की जिम्मेदारी दी गई है।

इस वजह से जयपुर में जिंदा जल गए 19 लोग

आपको बता दें कि घटना के बाद सामने आया था कि हाईवे पर बने अवैध कट के कारण यह पूरा हादसा हुआ। एलपीजी टैंकर अवैध कट से घूम रहा था। जिसके चलते पीछे से आए एक ट्रक से उसकी भिड़ंत हुई और फिर ब्लास्ट हुआ। इसके बाद मामले में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की गलती मानी गई क्योंकि उन्होंने हाईवे पर बने अवैध कट पर ध्यान नहीं दिया।

अब बंद हुए हाईवे पर बने अवैध कट 

इस पूरे मामले ने इतना ज्यादा तूल पकड़ कि घटना के बाद केवल राजधानी जयपुर ही नहीं बल्कि राजस्थान के ज्यादातर हाईवे पर बने अवैध कट को बंद कर दिया गया। अब रीजनल ऑफिसर के तबादले को लेकर चर्चा है कि गलती सामने आने के कारण दिनेश कुमार चतुर्वेदी को उनके पद से हटाकर मुख्यालय पर भेज दिया गया है।

यह भी पढ़ें-राजस्थान में कब थमेगा ये खौफ, जयपुर के बाद अलवर में केमिकल से भरा टैंकर पलटा