सार
राजस्थान के जयपुर में प्रॉपर्टी दिखाने का नाम पर दिल्ली के एक कारोबारी को बुलाया था। इसके बाद कर लिया किडनैप फिर 1करोड़ की ऑडी और 10 लाख की ली फिरौती। करोड़ की कार को 20 लाख में बेच रहे थे पर पुलिस ने आरोपियों को दबोचा। शहर से बड़ी गैंग गिरफ्तार।
जयपुर (jaipur news). जयपुर की रामनगरिया थाना पुलिस ने अपहरण करने वाली एक बड़ी गैंग को गिरफ्तार किया है। गुट के तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है और उनका रिमांड लिया गया है। उनके पास से 1 करोड़ की ऑडी कार बरामद की गई है। यह कार दिल्ली के कारोबारी की है। उससे 10 लाख रुपए फिरौती के रूप में अलग से लिए गए और इन रुपयों के बारे में फर्जी दस्तावेज बनवाए गए। पुलिस को इसकी सूचना मिली तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान जगदीश मीणा, कमल मीणा और भरत सिंह मीणा है। ये सवाई माधोपुर, भरतपुर और करौली जिले के रहने वाले हैं।
दिल्ली के बिजनेसमैन को जमीन दिखाने के बहाने बुलाया जयपुर
पुलिस ने बताया कि जगदीश मीणा दिल्ली में रहने वाले कारोबारी को जानता था। उसने कहा कि जयपुर में कुछ जमीन है जिसमें इन्वेस्ट किया जा सकता है और आने वाले सालों में यह जमीन अच्छा रिटर्न देगी। कारोबारी जगदीश मीणा की बातों में आ गया और कुछ दिन पहले वह अपनी ऑडी कार से अपनी एक महिला मित्र के साथ जयपुर घूमने के नाम पर जयपुर आया। जयपुर में उसे जगतपुरा इलाके में होटल सेवन स्टार के नजदीक बुलाया गया।
प्लानिंग के तहत किया बिजनेसमैन का किडनैप
कारोबारी और उसकी महिला मित्र जैसे ही जगतपुरा पहुंचे तो पूर्व नियोजित प्लानिंग के तहत उसकी महिला मित्र को एक दूसरी गाड़ी में बिठा कर वापस दिल्ली भेज दिया गया और कारोबारी को किडनैप कर लिया गया। कारोबारी ने बरी होने के लिए 10 लाख रुपए फिरौती दी। उसके बाद तीनों बदमाशों ने कारोबारी को छोड़ दिया लेकिन उसकी 1करोड़ रुपए की कार पर उनकी नियत खराब हो गई और कार को उन्होंने अपने पास रख लिया।
कार में लगे ट्रैकिंग डिवाइस से पकड़ाए अपराधी
कारोबारी जैसे तैसे दिल्ली पहुंचा और वहां से जयपुर पुलिस को इस तमाम घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। कार में जीपीएस लगा हुआ था और लगातार इसकी लोकेशन कारोबारी को पता लग रही थी। इस लोकेशन के आधार पर पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने आखिर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से कार बरामद कर ली गई है।
पुलिस अफसरों ने बताया कि 1 करोड़ों रुपए की इस कार को यह 15 से 20 लाख रुपए में बेचने की फिराक में थे, लेकिन इतनी महंगी कार खरीदने के लिए उन्हें कोई ग्राहक नहीं मिल रहा था। आखिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया फिरौती के 10 लाख रुपए को तीनों बदमाशों ने आपस में बांट लिए थे।