सार

राजस्थान में पिछले 4 महीने से किसान गहलोत सरकार से जिस राहत का इंतजार कर रहे थे। अब उनको सरकार की तरफ से बड़ी खुश खबरी मिली है। दरअसल उनकी अधिक सर्दी पड़ने के कारण बर्बाद हुई फसल का जल्द ही मुआवजा मिल सकता है। सरकार ने इसकी तैयारी कर ली पूरी।

जयपुर (jaipur news). वर्तमान में राजस्थान में भले ही भीषण गर्मी पड़ रही हो पारा 45 डिग्री पर कर रहा हो और ऊपर से बिजली कटौती हो रही हो। इन सबकी मार झेल रहे किसानों के लिए अगले महीने एक खुशखबरी आने वाली है। किसानों को अगले महीने एक बड़ी राहत मिलने वाली है। यह राहत बारिश के रूप में नहीं बल्कि आर्थिक रूप में मिलेगी। जिसके लिए वह 4 महीने से इंतजार कर रहे थे।

पिछले साल भीषण सर्दी और पाला पड़ने से बर्बाद हुई फसल

दरअसल बीते साल सर्दियों के मौसम में राजस्थान में अतिवृष्टि हुई। जिसका मतलब राजस्थान में सर्दी के मौसम में पाला पड़ने से सरसों और गेहूं की फसल खराब हो गई। भरतपुर, शेखावाटी सहित कई क्षेत्र तो ऐसे हैं जहां खेतों में 60% से ज्यादा फसल खराबा हुआ। इसके बाद सरकार ने विशेष गिरदावरी मतलब मौका मुआयना करवाने के लिए निर्देश दिए। ऐसे में पटवारियों और अधिकारियों के टीमों ने खेतों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की। हर जिला मुख्यालय पर रिपोर्ट तैयार हुई जिसके बाद वह सरकार तक पहुंची। अब सरकार ने इस पूरे मामले में डिसीजन लिया है।

तैयार हुआ किसानों के मुआवजे का डाटा

आपको बता दें कि राजस्थान में इस बार भीषण सर्दी का मौसम जनवरी महीने में रहा। फसल खराब होने के बाद से आधी फरवरी बीतने के बाद गिरदावरी के सरकार ने निर्देश दिए। इसके बाद से गिरदावरी (सर्वे) होना शुरू हुई। और अप्रैल अंत तक रिपोर्ट तैयार हो गई। अभी सरकार के पास हर एक किसान का डाटा तैयार हो चुका है। जिसमें यह पूरी रिपोर्ट है कि किसे कितना नुकसान हुआ है। अब उसे सरकार उतने ही अनुपात में मुआवजा देगी। यह मुआवजा अगले महीने से किसानों के बैंक अकाउंट में आना शुरू हो जाएगा।

गौरतलब है कि इससे पहले विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने फसल खराबे के मुद्दे को लेकर कई बार कांग्रेस सरकार को घेरा था। केवल जिला मुख्यालय पर ही नहीं बल्कि राजधानी में भी पार्टी के बड़े नेताओं ने फसल खराबे का मुआवजा दिलवाने की मांग को लेकर आक्रोश रैली निकाली थी।