सार

राजस्थान में पिछले दो दिन पहले आए आंधी तूफान के कारण 18 लोगों की जान चली गई और घरों को भी काफी नुकसान हुआ था। जिसके बाद ही विपक्ष और कई राजनीतिक दलों ने मुआवजे की मांग की थी। जिस पर अब सीएम गहलोत ने मुआवजा देने की बात ट्वीट करके दी है।

जयपुर (jaipur news). गुरुवार रात आधे राजस्थान में आए आंधी और तूफान के कारण 18 लोगों की मौत हो गई । साथ ही हजारों पेड़ , बिजली के पोल टूट गए । कच्चे मकान नष्ट हो गए और लोगों का बड़ा नुकसान हुआ । आंधी अंधड और तेज बारिश के कारण हुए नुकसान के लिए भारतीय जनता पार्टी समेत अन्य राजनीतिक दलों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में आज दोपहर में जानकारी जारी की और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की बात लिखी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए यह जानकारी साझा की ।

सीएम गहलोत ने 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की

दरअसल आंधी अंधड और तेज बारिश के कारण 18 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने तमाम 18 लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपए प्रति परिवार मुआवजा देने की घोषणा की है। यानी 18 मृत लोगों के परिवार को पांच 5 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी। तूफान के कारण राजस्थान के टोंक जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुई । वहां पर 2 घंटे में ही 12 लोगों की जान चली गई थी । इंसानों की मौत के अलावा पूरे राजस्थान में तूफान के कारण करीब 300 मवेशियों की जान भी चली गई। इन मवेशियों में से अधिकतर पालतू मवेशी थे । जिन पर किसान परिवार निर्भर थे । लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से मवेशियों की मौत पर फिलहाल मुआवजा घोषित नहीं किया गया है , ना ही उन लोगों के लिए कोई मुआवजा दिया जा रहा है जिन लोगों के मकान इस तूफान में नष्ट हो गए।

 

 

मुआवजे के लिए सचिन पायलट ने खत भी लिखा

मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि प्रदेश के कई जिलों में आए आंधी तूफान और बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ितों की हर संभव सहायता करेगी। इस आपदा में जान गवाने वाले सभी मृतकों की आत्मा की शांति की कामना करता हूं । साथ ही सभी मृतकों के परिजन को 500000 सहायता राशि दी जाएगी। जानकारी हो कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक पत्र भी लिखा

बताया जा रहा है कि आपदा एवं राहत मंत्री की ओर से सभी प्रभावित जिलों में नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है। सरकार मवेशियों की मौत के अलावा कच्चे घरों के हुए नुकसान और अन्य तरह के नुकसान के ऊपर सर्वे करवा रही है, ताकि पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जा सके। राजस्थान में ऐसा पहली बार हुआ है कि तूफान के कारण कुछ घंटों में ही 18 लोगों की मौत हो गई। उधर मौसम विभाग का कहना है कि आंधी तूफान और बारिश का यह मौसम 30 मई तक बना रहने का अंदेशा है। यानी फिर से नुकसान हो सकता है।

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