सार

अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी दिख रहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। यूनिवर्सिटी ने एग्जाम रद्द कर दिए, सरकार ने राहत कैंप बंद कर दिए, CM गहलोत ने ली इमरजेंसी मीटिग।

जयपुर. अरब सागर से उठे बिपरजॉय चक्रवाती तूफान का असर राजस्थान में बीती रात से दिखना शुरू हो चुका है। गुरुवार, 15 जून की रात राजस्थान के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। वहीं शुक्रवार सुबह से एक बार फिर प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू हो चुका है। हालांकि आज राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में इसका असर देखा जा रहा है। लेकिन अब अगले 2 दिन में पूरे राजस्थान में यह तूफान लोगों को बारिश से तरबतर कर देगा। बिपरजॉय तूफान के असर को लेकर प्रदेश में सीएम अशोक गहलोत ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।

राजस्थान में बिपरजॉय तूफान के चलते कई यूनिवर्सिटी ने कैंसिल की एग्जाम

गुजरात के तटीय क्षेत्र से टकराने के बाद जहां इस तूफान की रफ्तार में तो कमी आई है लेकिन यह लगातार आगे बढ़ता ही जा रहा है। राजस्थान की जोधपुर यूनिवर्सिटी ने भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए आज और कल की सभी यूनिवर्सिटी एग्जाम को रद्द कर दिया है। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने बाड़मेर और जोधपुर के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन 2 दिन नहीं चलाने का निर्णय किया है। जैसलमेर के निचले क्षेत्रों में करीब 450 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है। जबकि पाली जिले के रणकपुर देलवाड़ा मंदिर में 2 दिन श्रद्धालुओं के दर्शनों पर रोक लगा दी गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राजस्थान के इन जिलों के लिए अलर्ट किया जारी

मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ झुंझुनू भरतपुर कोटा झालावाड़ और बारां जिले के अलावा सभी जिलों में इस चक्रवाती तूफान का असर देखा जाएगा। जिनमें बाड़मेर जालौर जोधपुर पाली राजसमंद और अजमेर में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव होने वाला है। राजस्थान में आज जोधपुर जैसलमेर बाड़मेर जालौर सिरोही राजसमंद और पाली में इस तूफान का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा।

राजस्थान में 2 दिनों तक दिखेगा बिपरजॉय तूफान का असर

जबकि 17 जून को नागौर जोधपुर बाड़मेर जालौर पाली जैसलमेर बीकानेर अजमेर राजसमंद भीलवाड़ा उदयपुर सिरोही जयपुर बूंदी चूरू सीकर चित्तौड़गढ़ प्रतापगढ़ डूंगरपुर बांसवाड़ा टोंक में इस चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर रहेगा। वहीं 18 जून को जोधपुर नागौर सीकर पाली भीलवाड़ा बूंदी टोंक जयपुर अलवर चूरू सहित अन्य कई इलाकों में यह चक्रवाती तूफान प्रभावी रहने वाला है।

वहीं दूसरी तरफ मौसम विशेषज्ञों की मानें तो राजस्थान में तूफान का असर खत्म होने के बाद एक बार मौसम शुष्क होगा। ऐसे में तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ ही तेज गर्मी का एहसास भी होगा। जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह के बीच राजस्थान में मानसून की एंट्री हो जाएगी। हालांकि बीते सालों की तुलना में इस बार मानसून कम प्रभावी होने वाला है।

इसे भी पढ़ें- Cyclone Biparjoy: गुजरात में तूफान ने किया लैंडफॉल, 2 की मौत, 22 घायल, 940 गावों में बिजली आपूर्ति ठप