सार

तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) ने गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल किया। यह जमीन की ओर बढ़ गया है। आज शाम तक यह दक्षिण राजस्थान में पहुंचेगा और अवसाद में बदल जाएगा।

Cyclone Biparjoy News Updates: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि भयंकर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल किया है। इसने सौराष्ट्र और कच्छ तट को पार करके गुजरात में दस्तक दी है। तूफान के चलते गुजरात के भावनगर में दो लोगों की मौत की खबर मिली है। मृतक पिता-पुत्र थे। 

गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा है कि तूफान के चलते करीब 22 लोग घायल हुए हैं और 23 जानवरों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने गुजरात महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, कोस्टल गार्ड समेत सभी सशस्त्र बलों ने गुजरात के लोगों की सहायता के लिए जरूरी तैयारी की है।

सुबह तक कमजोर हुआ बिपरजॉय

मौसम विभाग ने कहा है कि बिपरजॉय शुक्रवार सुबह तक कमजोर हुआ है। यह नलिया से 30 किमी उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था। तूफान आगे उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा। यह 16 जून को और कमजोर होगा। शाम तक दक्षिण राजस्थान में अवसाद में बदल जाएगा।

राजस्थान में बारिश की संभावना

गुरुवार आधी रात को चक्रवात की तीव्रता घटकर 105-115 किमी प्रति घंटा रह गई थी। आईएमडी के निदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात उत्तर पूर्व की ओर चला गया है। चक्रवात अब समुद्र से जमीन की ओर बढ़ गया है और सौराष्ट्र-कच्छ की ओर केंद्रित है। चक्रवात की तीव्रता घटकर 105-115 किमी प्रति घंटा रह गई है। प्रचंड चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदल गया है। राजस्थान में 16 जून को भारी बारिश हो सकती है।

524 से अधिक पेड़ गिरे 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप

गुजरात में तूफान के चलते 524 से अधिक पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं। लगभग 940 गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। गुरुवार शाम को जब तूफान ने जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल किया तब हवा की गति 125-140 किमी प्रति घंटे थी। शुक्रवार को 2:30 बजे के बाद हवा की रफ्तार कम होने लगी और यह 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंची।

सौराष्ट्र और कच्छ में आज जारी रहेगी भारी बारिश
मौसम विभाग ने बताया है कि सौराष्ट्र और कच्छ में शुक्रवार को भारी से अत्यधिक बारिश जारी रहेगी। भारतीय मौसम विज्ञान कार्यालय के प्रमुख डॉ. एम महापात्र ने कहा कि चक्रवात के उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण राजस्थान में 16 और 17 जून को अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।