सार
राजस्थान के जयपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां आप पार्टी के सत्ता पाने के ख्वाब को पूरा करने में लगे प्रदेश प्रभारी को लगा तगड़ा झटका लगा। दरअसल पुलिस ने प्रभारी विनय मिश्रा को कहा तुरंत पहुंचे थाने। पढ़िए क्या है पूरा मामला।
जयपुर ( jaipur). शुक्रवार 27 जनवरी को आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा का इंतजार पुलिस मुख्यालय राजस्थान में चलता रहा। उन्हें सुबह करीब 11:00 बजे अपने बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह दोपहर तक भी नहीं पहुंचे। अब राजस्थान पुलिस उन्हें फिर से समन जारी करने की तैयारी कर रही है। उधर विनय मिश्रा का कहना है कि हम जेल जाने, पुलिस के लाठी-डंडों से नहीं डरते हैं। हम इस बार राजस्थान में सरकार बनाएंगे। आम आदमी पार्टी राजस्थान में पूरी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। इसके लिए उन्होंने पोस्टर भी जारी किए हैं।
आखिर विनय मिश्रा को क्यों बुला रही है राजस्थान पुलिस
दरअसल विनय मिश्रा के खिलाफ पिछले साल जून के महीने में जयपुर के जालूपुरा थाना में ठगी समेत 10 से ज्यादा आईपीसी की धाराओं में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। बताया जा रहा है कि है मुकदमा सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से दर्ज कराया गया था। इस मामले में पूछताछ के लिए कई बार विनय मिश्रा से संपर्क करने की कोशिश राजस्थान पुलिस ने की थी, लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में कुछ दिन पहले विनय मिश्रा को नोटिस भेजकर उन्हें पूछताछ के लिए 27 जनवरी को बुलाया गया था। 27 जनवरी को 11:00 बजे पुलिस मुख्यालय में आरपीएस स्तर के अधिकारी उनसे पूछताछ करते, लेकिन विनय मिश्रा वहां नहीं पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने वकील भेजकर आगे की तारीख ले ली है।
इधर समन हुआ जारी उधर पार्टी पोस्टर हुआ लांच
इस बीच उन्होंने कल आम आदमी पार्टी का पोस्टर लांच किया है और उसमें कहा गया है कि वह राजस्थान की सारी विधानसभा सीटों से उम्मीदवार उतारेंगे और सरकार बनाने के लिए पूरे प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी सदस्यता अभियान चलाने की तैयारी कर रही है, ऐसे में राजस्थान पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी लिखा कि राजस्थान पुलिस सरकार और अन्य पार्टियां मिलकर भी उन्हें नहीं रोक सकती हैं।
उधर राजस्थान पुलिस मुख्यालय के एक अफसर का कहना है कि अगर बार बार समन भेजने के बाद भी विनय मिश्रा हाजिर नहीं होते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा सकता है।
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