सार
राजस्थान के समुदाय विशेष के 12 साल के मासूम बच्चों के लिए रमजान से पहले ही सऊदी अरब का ये फरमान मायूसी लेकर आया है। दरअसल सऊदी अरब सरकार ने इस बार मासूमों के हज यात्रा पर रोक का आदेश जारी किया है। इस कारण को ध्यान रखे हुआ आदेश जारी।
जयपुर (jaipur). जल्द ही रमजान का पावन महीना शुरू होने वाला है। इसके बाद ईद का त्यौहार मनाने के बाद हज यात्रा का दौर शुरू हो जाएगा। मुस्लिम समुदाय के सभी वर्गों के लोग इस यात्रा के शुरू होने का लंबे समय से इंतजार करते हैं लेकिन अब सऊदी अरब से जारी हुए एक फरमान के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों में मायूसी छा गई है। दरअसल सऊदी अरब सरकार ने 12 साल से कम उम्र बच्चों के हज करने पर रोक लगा दी है।
अब 12 साल के बच्चे नहीं कर पाएंगे हज की यात्रा
सऊदी अरब की सरकार ने एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक जिन बच्चों की उम्र 30 अप्रैल 2023 को 12 साल से कम है। वह हज पर नहीं जा पाएंगे। दरअसल सऊदी अरब सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यह आदेश जारी किया है। जिसके बाद अब छोटे बच्चों में मायूसी छा गई है। क्योंकि राजस्थान के कई इलाकों से बच्चे अपने दादा-दादी या अन्य परिवार जनों के साथ हज करने के लिए जाते थे। इस यात्रा में जाने वाले लोगों का चयन लॉटरी के आधार पर होता है। यात्रा का खर्च करीब ढाई से लगभग 3 लाख रुपए होता हैं। जिसमें करीब ₹81000 रजिस्ट्रेशन के टाइम और इसके बाद अन्य रुपए देने पड़ते हैं। वही मुस्लिम समुदाय में जो शख्स हज करके आता है वह अपने नाम के आगे हाजी शब्द भी लगा सकता है।
हर साल लाखों लोग करने जाते है हज
आपको बता दें कि हज का सफर करीब 30 से 40 दिन होता है। इसमें मुस्लिम समुदाय के सबसे पवित्र धार्मिक स्थल कहे जाने वाले काबा का उन्हें दीदार करवाया जाता है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि सऊदी अरब में जब हज का समय शुरू होता है उस दौरान वहां लाखों की तादाद में भीड़ जमा हो जाती है। ऐसे में छोटे बच्चों के वहां भीड़ में दबने या गुम होने का खतरा बना रहता है। जिसके चलते सऊदी अरब सरकार ने यह आदेश जारी किया है।