सार
कहते हैं जिसकी जरुरत यहां.. उसकी चाह ईश्वर को भी होती है। राजस्थान के जयपुर से एक ऐसी ही दुखद खबर सामने आई है। जहां सैंकड़ों स्टूडेंट्स की पसंदीदा टीचर शमीम मैडम की एक्सीडेंट में मौत हो गई। वह हमेशा मुस्कुराती रहती थीं, लेकिन यह हंसी अब नहीं रहीं।
जयपुर. राजधानी जयपुर के टॉप 3 स्कूल में शामिल महेश्वरी पब्लिक स्कूल के सैकड़ों बच्चे परेशान हैं क्योंकि अब उनके बीच उनकी फेवरेट टीचर शमीम मैडम नहीं है । आज सवेरे जब बच्चों को अखबार पढ़ने के बाद इसका पता चला तो वे शाॉक रह गए। दरअसल माहेश्वरी स्कूल जयपुर ही नहीं राजस्थान के कई शहरों में स्थित हैं। स्कूल की बड़ी चेन है इन्हीं में से एक स्कूल में शमीम सक्सेना मैडम पढ़ाती थी ।
हमेशा मुस्कुरा कर बच्चों से मिलती थी
हमेशा खुश रहती थी और बच्चों को भी हमेशा खुश रखती थी। वे महेश्वरी स्कूल की जवाहर नगर में स्थित शाखा में टीचर थी और कई सालों से इसी स्कूल में पढ़ा रही थी । जवाहर नगर में वे हर रोज आमेर से पढ़ाने आती थी। घर से स्कूल की दूरी करीब 15 किलोमीटर थी और वह अपने स्कूटर से इसे तय करती थी । आज से बच्चों के बोर्ड परीक्षाएं शुरू हुई थी और कल यानी बुधवार को वे स्कूल में थी और बच्चों को बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने के लिए उन्होंने टिप्स दिए थे । लेकिन किसे पता था कि अब यह मैडम के आखिरी टिप्स होंगे ।
इतनी प्यारी टीचर के लाश के टुकड़े बोरे में भरने पड़े
कल शाम जब वह अपने घर लौट रही थी तो इस दौरान जयपुर के गलता गेट इलाके में सूरजपोल अनाज मंडी के नजदीक एक बेकाबू ट्रक ने उन्हें बुरी तरह से रौंद दिया। उनके शरीर के टुकड़े टुकड़े हो गए । पुलिस वालों ने लाश के टुकड़े एक बोरे में भरे और उन्हें मुर्दाघर में पहुंचाया । पति और परिवार को जब इसकी सूचना मिली तो घर में बवाल मच गया । कल शाम इसकी सूचना स्कूल के अन्य टीचर्स को मिली और आज सवेरे स्कूल के बच्चे बच्चे की जबान पर शमीम मैडम का नाम था ।
मैडम की मुस्कुराहट सबसे प्यारी थी
स्कूल की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली प्रियांशी का कहना है कि हम तो बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे थे। मैडम से सब्जेक्ट के बारे में बातचीत करते रहते थे, वह हमेशा ही मुस्कुरा कर जवाब देती थी । लेकिन अब यह मुस्कुराहट हमारे बीच में नहीं है। बोर्ड परीक्षाओं से ठीक पहले इस तरह की हादसे के बाद बच्चे परेशान हैं।