सार

राजस्थान में नकली सरसों के बीज बेचकर व्यापारियों को लाखों रुपए की चपत लगाने का मामला सामने आया है। सीकर में एक व्यापारी ने जयपुर से 24 टन सरसों खरीदी जो जाँच में नकली निकली।

सीकर. राजस्थान में मिलावटखोर अब हर चीज में मिलावट करने लगे हैं। इस बीच अब प्रदेश के मार्केट में नकली सरसों भी आ चुकी है। राजधानी जयपुर में भी नकली सरसों तैयार की जा रही है। सीकर में नकली सरसों के नाम पर एक व्यापारी के साथ लाखों रुपए की ठगी भी हो गई।

देखिए कैसे सरसों के नकली बीज से लाखों की ठगी

दरअसल सीकर के धोद क्षेत्र के रहने वाले मनोज नाम के व्यापारी ने पुलिस में रिपोर्ट देकर बताया कि उन्होंने जयपुर के विशाल शर्मा से 24 टन सरसों खरीदी थी। इसके बदले उन्होंने विशाल को 15 लाख रुपए दिए। इस बीच किसी व्यापारी ने उन्हें फोन करके बताया कि मार्केट में नकली सरसों आ रही है। जब मनोज के द्वारा जयपुर से विशाल के जरिए भेजी गई सरसों चेक की गई तो वह नकली पाई गई। इसके बाद उन्होंने विशाल को बताया तो विशाल ने चार लाख रुपए तो दे दिए लेकिन बाकी रुपए नहीं दिए। इसके बाद मनोज ने पुलिस में शिकायत की और मुकदमा दर्ज करवाया।

नकली सरसों की लैब में ऐसे हुई पहचान

राजस्थान में नकली सरसों का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले श्रीगंगानगर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां नकली सरसों को पानी में घोला गया तो वह उसमें आसानी से घुल गई। एक्सपर्ट के अनुसार नकली सरसों में तेल के जरिए मिलावट की जाती है। जिसमें 42 से 43ः तक तेल की मात्रा होती है। यदि किसी लैब में भी इसका टेस्ट किया जाता है तो मिलावट सामने नहीं आ सकती।

मिट्टी और सीमेंट के दानों से बनाते सरसों

एक्सपर्ट बताते हैं कि मिलावट में मिट्टी और सीमेंट के दानों पर भी पॉलिश करते हुए नकली सरसों तैयार कर देते हैं। यदि इसे असली सरसों में मिला दिया जाए तो मिलावट को पकड़ पाना मुश्किल है। राजस्थान में ज्यादातर भरतपुर के वैर और डीग क्षेत्र में मंडियों में नकली सरसों आने के मामले सामने आ चुके हैं। बरहाल अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।