सार
IDBP जवान जितेन्द्र कुमार पूनिया की ट्रेन में 19 मार्च को तबियत खराब हुई। ट्रेन गुवाहाटी से होकर गुजर रही थी उन्हें भर्ती कराया गया, लेकिन वह नहीं बचे। अब राजस्थान के झुझुनूं जिले में रहने वाली तीन साल की बच्ची चार दिन से रोए जा रही है।
झुझुनूं. राजस्थान के झुझुनूं जिले में रहने वाली तीन साल की बच्ची चार दिन से रोए जा रही है। उसके सामने एक बार उसके पिता आए और वे उसे सोते हुए मिले। उसके बाद पिता नहीं दिखे...। वह चार दिन से घर के हर सदस्य से एक ही सवाल पूछ रही है कि पापा कहां चले गए... कब आएंगे, उनको माला क्यों पहना दी....? लेकिन मासूम बच्ची के इन सवालों का जवाब कोई नहीं दे पा रहा है... बच्ची की रो रोकर हालात खराब है। मामला झुझुनूं जिले के मंड्रेला क्षेत्र के बजारा सूरों गांव का है।
जाते हुए बेटी का माथा चूमा और कहा कि अब तुम्हारे लिए खिलौने लेकर जल्द ही आउंगा
दरअसल आईटीबीपी जवान सूरो का गांव निवासी जितेन्द्र कुमार पूनिया की मौत हो गई। वो अरुणाचल प्रदेश के उपिया में तैनात थे। पंद्रह फरवरी को गांव में बहन की शादी थी और इसी शादी में शामिल होने के लिए छुट्टियां लेकर गांव आए थे। गांव में बहन की शादी करने के बाद अपनी तीन साल की बेटी शिवी के साथ वक्त बिताया और उसे कई जगहों पर घुमाने ले गए। उसके बाद 18 मार्च को अपनी पोस्ट पर जाने के लिए रवाना हो गए। जाते हुए बेटी का माथा चूमा और कहा कि अब तुम्हारे लिए खिलौने लेकर जल्द ही आउंगा।
बेटी के सवालों के जवाब किसी के पास नहीं
लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। ट्रेन में 19 मार्च को जितेन्द्र सिंह की अचानक तबियत खराब हुई। उस समय ट्रेन गुवाहाटी से होकर गुजर रही थी तो वहां पर अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना उनके परिवार को भेजी गई तो परिवार वाले दंग रह गए। दो दिन बाद गांव में शव पहुंचा और उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। अब बेटी को लगा कि पिता वापस आ गए। लेकिन अब उससे क्यों नहीं मिल रहे हैं......? बेटी के सवालों के जवाब किसी के पास नहीं है।