DCP Amit Jain viral news: जींस-चप्पल में थाने पहुंचा एक युवक, कहा- मोबाइल गुम हो गया है… पर जब उसने बताया कि वो DCP है, तो पुलिसकर्मी सन्न रह गए! औचक निरीक्षण के इस अनोखे अंदाज़ ने थाने की कार्यप्रणाली की सच्चाई खोल दी।
Rajasthan DCP surprise visit: राजस्थान के जोधपुर में बुधवार की रात कुछ ऐसा हुआ, जिसने थाने के पुलिसकर्मियों को हिला कर रख दिया। एक शख्स जींस, टी-शर्ट और चप्पल पहनकर महामंदिर थाने में दाखिल हुआ और सीधा ड्यूटी ऑफिसर के पास पहुंचा। उसने कहा- "मेरा मोबाइल राईका बाग में खो गया है, रिपोर्ट दर्ज करवानी है।" ड्यूटी पर तैनात एएसआई खेतसिंह ने सामान्य प्रक्रिया के तहत पूछताछ शुरू की और लोकेशन को लेकर संदेह भी जताया क्योंकि वह जगह उनकी थाने की सीमा में नहीं आती थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे थाने का माहौल बदल दिया।
"DCP अमित जैन बोल रहा हूं"- एक वाक्य से सन्नाटा छा गया
नाम पूछने पर युवक ने शांत लहजे में जवाब दिया-"अमित जैन, DCP ईस्ट।" बस इतना सुनते ही पुलिसकर्मियों की आंखें फटी की फटी रह गईं। जो शख्स कुछ मिनट पहले एक आम नागरिक लग रहा था, वह दरअसल आईपीएस अफसर और नवनियुक्त DCP अमित जैन निकले। पुलिसकर्मी तुरंत कुर्सी से खड़े हुए, सैल्यूट किया और अफसर को सम्मानपूर्वक अंदर ले गए।
Undercover Inspection: जब अधिकारी बना आम नागरिक
असल में, अमित जैन ने थानों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए गुप्त औचक निरीक्षण की योजना बनाई थी। वे बिना किसी औपचारिक सूचना के आम नागरिक के रूप में थाने पहुंचे ताकि ड्यूटी पर मौजूद जवानों के व्यवहार और सतर्कता को परखा जा सके। करीब 45 मिनट तक वे थाने में रहे- नाइट ड्यूटी स्टाफ से बातचीत की, हवालात का निरीक्षण किया और FIR दर्ज करने की प्रक्रिया को देखा। इस दौरान उन्होंने देखा कि खेतसिंह ने रिपोर्ट दर्ज करने में कोई आनाकानी नहीं की और सहानुभूति से बात की।
Inspiring Moment: सजग पुलिसकर्मी को मिला इनाम
डीसीपी जैन ने एएसआई खेतसिंह की ईमानदारी और सजगता से प्रभावित होकर 1000 रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की। इस मौके पर थानाधिकारी देवेंद्र देवड़ा ने भी इसे गर्व का क्षण बताया और जवानों को जिम्मेदारी के साथ काम करने की सीख दी।
सबक: वर्दी नहीं, व्यवहार असली पहचान
इस घटना ने साबित कर दिया कि असली पहचान वर्दी या पद से नहीं, व्यवहार और निष्ठा से होती है। डीसीपी जैन का यह तरीका न केवल पुलिस महकमे के लिए एक सीख है, बल्कि जनता के बीच भरोसा भी बढ़ाता है।
