सार
अब उस दूल्हे के लिए खुशखबरी है जिसकी शादी में पिछले साल 35 लोगों की मौत हो गई थी। यानि दूल्हे के पिता-मां, बहन, बहनोई, ताऊ-ताई और भाई की मौत हो गई थी। यानि कोई जिंदा नहीं बचा था। सिर्फ दूल्हा अकेला बचा था, विवाह कैंसिल हो गया। अब उसकी शादी हो रही है।
जोधपुर (राजस्थान). जोधपुर जिले की शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में स्थित भुंगरा गांव में रहने वाले सुरेन्द्र सिंह के घर आखिर सोलह महीने के बाद खुशियों ने दस्तक दी है। लेकिन इन खुशियों की उसने इतनी बड़ी कीमत चुकाई है कि शायद ही किसी ने चुकाई हो। दूल्हे सुरेन्द्र सिंह ने अपने पूरे परिवार को खो दिया। उसके साथ जो हुआ वह शायद ही कभी किसी दूल्हे के साथ हुआ हो.....।
शादी वाले दिन खत्म पूरा परिवार...लाशों का लगा था अंबार
बात 8 दिसम्बर 2022 की है। शाम के करीब पांच बजे थे और सुरेन्द्र सिंह की बारात की तैयारी की जा रही थी। बारात में जाने वाले मेहमानों के लिए रसोई में चाय बनाई जा रही थी कि इसी दौरान तेज धमाका हुआ। रसोई में रखा सलेंडर फट गया। उसके बाद पांच और सिलेंडर फटे और पूरे घर में आग लग गई। इस आग की चपेट में साठ लोग आए और उनमें से 35 की मौत हो गई। इनमें दूल्हे के पिता सगत सिंह, मां, बहन, बहनोई, ताउ, ताई, भाई और भी काफी लोग थे।
बेटा बना दूल्हा...लेकिन माता-पिता बहन-बहनोई कोई नहीं बचा
सुरेन्द्र खुद कई सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहा। शादी टल गई। जब वापस घर लौटा तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। इस दौरान सुरेन्द्र की होने वाली पत्नी ओम कंवर और उनके परिवार ने भी वर पक्ष की देखभाल की। आखिर शादी का दूसरा मुहुर्त निकला और अब 23 अप्रेल को यह शादी हुई है। शादी में खुशी के साथ साथ गम भी हावी था। दूल्हे के माता, पिता, बहन सभी लोगों ने इस शादी के लिए खूब तैयारी की थी, लेकिन अब इस शादी में आने के लिए कोई नहीं बचा.....।