सार
राजस्थान के जोधपुर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां सातवीं क्लास में पढ़ने वाली एक बच्ची ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके मरने की वजह थी मोबाइल फोन…हैरानी की बात यह है कि बच्ची के पिता साइंटिस्ट हैं तो वहीं मां डॉक्टर हैं।
जयपुर. मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करने पर अक्सर परिजन अपने बच्चों को डांटते हैं, कई बार बच्चे नाराज होकर अपने माता-पिता से रूठ भी जाते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कोई बच्चा इससे इतना आहत हो कि वह सुसाइड ही कर ले। राजस्थान में कुछ ऐसा ही हुआ। यहां के जोधपुर शहर में जब एक मां ने अपनी नाबालिग बेटी को मोबाइल की बात पर डांटा तो बेटी ने कमरे में जाकर चुन्नी से फांसी का फंदा बनाया और सुसाइड कर लिया।
जोधपुर के विवेक विहार का है मामला
पूरी घटना जोधपुर के विवेक विहार इलाके की है। पुलिस के अनुसार मरने वाली नाबालिग लड़की का नाम आरना (11) है। अब तक की इन्वेस्टीगेशन में सामने आया कि मोबाइल चलाने की बात को लेकर उसकी मां ने उसे डांटा तो बच्ची सीधे अपने कमरे में गई और फिर अलमारी से चुन्नी निकालकर उसका फंदा बनाया और सुसाइड कर लिया।
पिता साइंटिस्ट है और मां डॉक्टर
नाबालिग के पिता साइंटिस्ट है और उसकी मां डॉक्टर है। आरना अभी सातवीं कक्षा में पढ़ रही थी। घरवालों ने ही उसे टैबलेट दिलाया था। जिसका वह ज्यादा इस्तेमाल करने लगी थी तो घरवालों ने उसे डांटना शुरू कर दिया था। आरना की मां का कहना है कि उन्हें पता नहीं था उनकी डांट से बेटी इतनी परेशान होगी।
अजमेर में 15 साल की लड़की ने किया सुसाइड
यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले राजस्थान के अजमेर जिले में 15 साल की नाबालिग से जब उसके पिता ने मोबाइल छीन लिया तो सुसाइड कर लिया। वहीं कोटा में भी इसी साल जनवरी महीने में 15 साल की नाबालिग ने घरवालों के डांटने पर सुसाइड कर लिया था। बच्चे मोबाइल की लत में इस कदर आ चुके हैं कि वह एक पल भी उसके बिना नहीं रह सकते हैं। अगर माता-पिता उन्हें डांटते हैं तो वह ऐसे दर्दनाक कदम उठा लेते हैं।
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