सार

पूरे देश में एक तरफ जहां सेम सेक्स मैरिज को लेकर बहस छिड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के जोधपुर शहर में LGBTQ की अनोखी रैली निकाली गई। जिसमें देशभर से शामिल होने गे कम्युनिटी के लोग पहुंचे। इस अनोखे नजारे को देखने वालों की भीड़ लग गई।

जोधपुर (jodhpur news). राजस्थान की ब्लू सिटी यानी जोधपुर में एक अनोखी रैली निकाली गई है। इस रैली में महिला और पुरुष वर्ग से अलग माने जाने वाले वर्गों ने यह रैली निकाली है। इसे प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रीन सिगनल दिखाकर रवाना किया। शहर के प्रमुख स्थानों पर होते हुए रैली में शामिल लोग गुजरे लोग स्लोगन लिखी हुई टी-शर्ट पहने थे। इस रैली में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई समेत देश के कई बड़े शहरों से लोग आए थे। यह रैली एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी ने निकाली है एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी मतलब...लेस्बियन, गे, बायसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर्स और कीयोर कम्युनिटी है।

राजस्थान में एलजीबीटीक्यू ने निकाली अनोखी रैली

दरअसल पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है सेम सेक्स में मैरिज करने को लेकर, मुद्दा हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। इन मुद्दों के बीच में जोधपुर में यह रैली निकाली गई है। ब्रिटिश कम्युनिटी हाई कमिशन अहमदाबाद की ओर से संभाली ट्रस्ट ने इस रैली का आयोजन किया था। रैली में शामिल होने वाले गे, बायसेक्सुअल समुदाय के लोगों का कहना था कि पूरे देश में उनके लिए कोई भी जगह संरक्षित नहीं है। समुदाय के लोगों को हर रोज हीन भावना से गुजरना पड़ता है। लोगों के अत्याचार सहन करने पड़ते हैं। समाज बहिष्कार करना चाहता है। सभ्य लोग खुद के साथ नहीं रहने देना चाहते।

जोधपुर में स्लोगन लिखे टी शर्ट पहन निकले सदस्य

संभाली ट्रस्ट के संस्थापक गोविंद सिंह राठौर का कहना था कि जून मंथ को इन समुदायों के लिए प्राईड मंथ के तौर पर मनाया जाता है। जोधपुर के प्रमुख स्थानों से निकलती हुई है रैली करीब 3 से 4 घंटे तक सड़कों पर रही। इस दौरान ट्रांसजेंडर्स , गे और अन्य लोगों ने डांस किया। नारे लगाए और स्लोगन लिखे हुए टी-शर्ट पहनकर चलते हुए नजर आए। इस रैली को ग्रीन सिगनल दिखाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की पूरी टीम मौजूद थी। जोधपुर के दो बड़े किन्नर समुदाय भी इस रैली में शामिल हुए थे।

उल्लेखनीय है कि इस तरह की रैली पहली बार जोधपुर शहर में निकली तो लोगों को देखने के लिए भारी भीड़ सड़कों पर जुटी रही । अपने आप में अनोखी रैली और प्रदर्शन की चर्चा सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक रहा।