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खाटू श्याम की सबसे बड़ी भक्त, कलयुग की मीरा कहे जाने वाली महिला की मौत, भक्ति ऐसी की हर रोज 17 KM पैदल करती थी सफर
खाटू श्याम जी की ख्याती देश और विदेश में फैली हुई है। इसी ख्याती के बीच श्याम बाबा की एक भक्त की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है।
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खाटू श्याम की सबसे बड़ी भक्त, कलयुग की मीरा कहे जाने वाली महिला की मौत, भक्ति ऐसी की हर रोज 17 KM पैदल करती थी सफर
खाटू श्याम जी की ख्याती देश और विदेश में फैली हुई है। इसी ख्याती के बीच श्याम बाबा की एक भक्त है, जिसका नाम आरती है, उसे लोग कलयुग की मीरा कहते हैं।
खाटू श्याम जी की भक्त
कहते हैं कि आरती की जैसी भक्ति कोई नहीं कर सकता, लेकिन कल इस खाटू श्याम जी की भक्त की मौत हो गई। खाटू श्याम जी के जाने के दौरान एक कार ने उसे टक्कर मार दी और दम तोड़ दिया।
सोशल मीडिया पर आरती की मौत की खबर
सोशल मीडिया पर आरती की मौत की खबर फैली तो श्याम प्रेमी दुखी हो गए। श्याम प्रेमियों के बीच शोक छाया हुआ है। आरती को कलयुग की मीरा कहा जाता था।
आरती मूल रूप से अजमेर जिले की रहने वाली
आरती मूल रूप से अजमेर जिले की रहने वाली थी। वो करीब पंद्रह साल पहले पहली बार श्याम बाबा के आई थी और उसके बाद उसका यह क्रम ऐसा शुरू हुआ कि वह सीकर में ही बस गई।
जवाहर लाल अस्पताल में सरकारी नौकरी
अजमेर में साल 2012 में आरती की जवाहर लाल अस्पताल में सरकारी नौकरी लगी, लेकिन उसने नौकरी छोड़ दी। परिवार ने दबाव बनाया तो परिवार भी छोड़ दिया।
खाटू श्याम जी के दर्शन
नौकरी छोड़ने के बाद मीर सीकर के नजदीक रींगस में बस गई। वहां से वह रह रोज करीब 17 किलोमीटर दूर खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए पैदल आने लगी थी।
आरती ने खाटू श्याम ही के निशान यानी ध्वज चढ़ाने का प्रण लिया
आरती ने खाटू श्याम ही के निशान यानी ध्वज चढ़ाने का प्रण लिया था और पिछले कुछ सालों में करीब पच्चीस हजार से भी ज्यादा निशान खाटू श्याम जी के चढ़ाए थे। दो साल पहले वह अचानक उस समय चर्चा में आई, जब उसने कुछ ही दिन में 5100 निशान चढ़ा दिए।
आरती एक साथ 50 से 100 की संख्या में निशान लेकर आती थी
आरती एक साथ 50 से 100 की संख्या में निशान लेकर आती थी। उससे मिलने के लिए भी लोग आते थे। लोग उसके रहने, खाने का बंदोबस्त निशुल्क करते थे। लेकिन अब वह खाटू श्याम प्रेमियों के बीच नहीं रही।