Khatu Shyam Ji Mandir Corridor : बाबा खाटूश्याम के दर्शन करने सीकर जाने वाले भक्तों के लिए खुशखबरी है। 87.87 करोड़ की लागत से बनने वाला खाटूधाम कॉरिडोर प्रोजेक्ट 15 अगस्त 2025 से शुरू होगा ।
सीकर/खाटूश्यामजी राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थल खाटूश्यामजी अब काशी और अयोध्या की तर्ज पर एक अत्याधुनिक और भव्य कॉरिडोर से जुड़ने जा रहा है। ₹87.87 करोड़ की लागत से बनने वाला यह खाटूधाम कॉरिडोर प्रोजेक्ट 15 अगस्त 2025 से शुरू होगा और अगले वर्ष जुलाई तक पूरा होने की योजना है। यह खबर ना केवल श्रद्धालुओं के लिए सौगात है, बल्कि खाटू को वैश्विक धार्मिक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत मिलेगा नया खाटूधाम
अनुभव इस परियोजना को केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत विकसित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रमुख धार्मिक स्थलों को आधुनिक और श्रद्धालु-अनुकूल बनाना है। खाटू कॉरिडोर को एक आधुनिक तीर्थ परिसर के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां डिजिटल म्यूज़ियम, वेटिंग हॉल, हरित क्षेत्र और इंटरैक्टिव सूचना प्रणाली जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
खाटूश्यामजी भक्तों की सुविधा होगी हाईटेक
श्रद्धालुओं को बेहतर दर्शन, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और आरामदायक वातावरण देने के लिए प्रोजेक्ट में ₹11.51 करोड़ की लागत से डिजिटल म्यूज़ियम और वेटिंग हॉल का निर्माण होगा। इसके साथ ही, मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं की भीड़ को सुव्यवस्थित करने के लिए विशेष रूट प्लानिंग, सीसीटीवी नेटवर्क, हाइटेक काउंटिंग सिस्टम और वॉकवे भी बनाए जाएंगे।
खाटूधाम कॉरिडोर से होंगे यह बड़े फायदे
खाटू का कद बढ़ेगा, पर्यटन को मिलेगा बूस्ट यह कॉरिडोर खाटूश्यामजी को सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। इससे स्थानीय व्यापार, होटल इंडस्ट्री और परिवहन सेवाओं को भी बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
RSRDC करेगा खाटूधाम कॉरिडोर का निर्माण
कार्य की निगरानी इस पूरे प्रोजेक्ट की निगरानी राजस्थान सरकार की निर्माण एजेंसी RSRDC करेगी, जो आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक और समयबद्ध निर्माण के लिए जानी जाती है।
