सार

कोचिंग का हब कहे जाने वाले कोटा से फिर एक सुसाइड की खबर आ रही है। इस बार सुसाइड नीट या जेईई की तैयारी कर रहे स्टूडेंट ने नहीं बल्कि महज 10 वीं कक्षा की छात्रा ने किया है।

कोटा. कोटा में कोचिंग के लिए देशभर से लाखों स्टूडेंट्स आते हैं। कोटा एक तरह से कोचिंग का हब बन चुका है। यहां से पढ़कर स्टूडेंट्स उच्च मुकाम भी हासिल करते हैं। लेकिन इसी बीच कुछ स्टूडेंट्स गलत कदम भी उठा लेते हैं। ऐसा ही एक मामला फिर से सामने आया है। जिसमें महज 10 वीं कक्षा की एक छात्रा ने फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी है। यहां इस साल करीब 28 स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया है।

10 वीं की छात्रा ने किया सुसाइड

कोटा जिले में इस साल नीट और जेईई की तैयारी करने वाले 28 छात्रों की जान जा चुकी है। पढ़ाई व अन्य कारणों से इन बच्चों ने सुसाइड़ कर लिया और जान दे दी है। कोटा से अब एक और सुसाइड की खबर सामने आई है। इस बार तो दसवीं में पढ़ने वाली बच्ची ने मौत का रास्ता चुना है। माता पिता का कहना था कि बेटी पढाई में होशियार थी, कभी लगा ही नहीं कि उसमें मन में आखिर चल क्या रहा है। मामला कोटा जिले के कुन्हाड़ी थाना इलाके में स्थित बाबू कॉलोनी का है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को आज परिजनों के हवाले किया है।

महज 15 साल थी उर्मिला की उम्र

पुलिस ने बताया कि 15 साल की उर्मिला दसवीं की छात्रा थी। रेगूलर छात्रा थी और पास ही एक स्कूल में पढ़ती थी। शुक्रवार दोपहर बाद जब वह घर लौटी तो वहां पर उसका भाई था। पिता अपने काम से चले गए थे और उस समय मां भी वहां पर नहीं थी। उसके बाद भाई भी किसी काम की कहकर घर से चला गया।

दरवाजा खोलकर देखा तो फंदे पर लटकी थी उर्मिला

देर शाम जब परिवार के लोग वापस आए तो पाया कि उर्मिला घर में दिखाई नहीं दे रही। सारा घर तलाशा तो एक कमरा बंद मिला। उसे जबरन खोला तो पाया कि उर्मिला सामने फंदे से लटकी हुई है। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस पहुंची और उर्मिला को अस्पताल लाया गया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। देर रात शव को मुर्दाघर में रखवाया गया। आज शव परिजनों के हवाले किया गया। लेकिन परिजन सुसाइड के कारण नहीं बता सके। पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है जिस कमरे में उर्मिला ने सुसाइड किया था।