सार
राजस्थान के कोटा शहर से गजब मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने बहादुरी दिखाते हुए अपने पति के साथ ही लाखों की ज्वेलरी चोरी होने से बचा ली। रिवाल्वर लेकर आए लूटरें को ऐसा थप्पड़ मारा की होश ही उड़ गए। फिर क्या था उनका साथ आसपास के लोगों ने भी दिया।
कोटा (kota news). राजस्थान में पुलिस ने एक महीने में ही तीस हजार बदमाशों को सलाखों के पीछे खदेड़ दिया लेकिन उसके बाद भी अपराध है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोटा में सोमवार शाम एक अपराध का वीडियो फुटेज सामने आया है। लाखों रुपयों के जेवर लुटते लुटते बचाए एक महिला ने। सोने के जेवर लूटने आए लुटेरे को ऐसा तमाचा जड़ा कि उसके छक्के छूट गए, जबकि उसके हाथ मे रिवाल्वर भी थी और उसके दो साथी और उसके साथ मौजूद थे। लेकिन महिला की हिम्मत को तुरंत ही भीड़ का समर्थन मिला और भीड़ ने तीनों पर हमला बोल दिया। वे जैसे तैसे जान बचाकर भागने में सफल हो ही गए। मामले के फुटेज क आधार पर पुलिस इस केस की जांच कर रही है।
महिला ने दिखाया गजब का साहस
दरअसल कोटा शहर के बोरखेड़ा थाना इलाके में एक ज्वैलरी शॉप पर बूंदी जिले में रहने वाले मनीष जैन, उनकी पत्नी और बच्चे एवं परिवार के कुछ अन्य सदस्य खरीदारी के लिए आए थे। मनीष जैन के घर में शादी थी इसलिए परिवार ने करीब बारह लाख रुपए के जेवर पसंद किए और उनका पेमेंट कर बैग में पैक करा लिया। इस दौरान तीन लुटेरे चुपचाप ज्वैलरी शॉप के बाहर आकर बैठ गए। उनका प्लान था कि जैसे ही दुकान से ग्राहक बाहर आएंगे उसे लूट लेंगे।
महिला ने साहस दिखाते हुए लुटेरे को जड़ा जोरदार थप्पड़
मनीष और उनका परिवार जैसे ही दुकान से बाहर निकला उनमें से एक ने मनीष के सिर पर रिवाल्वर सटा दी। दो अन्य ने परिवार को काबू करने की कोशिश की। मनीष के हाथ में जेवर और कैश से भरा बैग था। मनीष से बैग छीनने की लुटेरों ने कोशिश की तो मनीष ने आपा नहीं खोया और बैग को फिर से ज्वैलर की दुकान में फेंक दिया। इस बीच मनीष की पत्नी ने और ज्वैलर ने भी शोर मचा दिया। मनीष की पत्नी ने एक लुटेरे के जोरदार तमाचा जड़ दिया। अचानक हुए इस हमले से लुटेरे घबरा गए। इस दौरान भीड़ जमा हो गई। लुटेरे जैसे तैसे जान बचाकर भाग गए। पुलिस को जानकारी देते हुए परिवार ने बताया कि आरोपियों ने अपने चेहरों को मास्क से छुपा रखा था। आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस ने पूरी रात नाकाबंदी की, फुटेज देखे लेकिन बात नहीं बनी। केस दर्ज कर लिया गया हैं। गनीमत है कि जेवर और जान दोनो ही बच गए हैं।