Sisters Emotional Bond: कोटा में बड़ी बहन कंचन बाई की मौत के बाद छोटी बहन कांति बाई गहरे सदमे में आ गईं और उनकी भी कुछ ही घंटों बाद मौत हो गई। दोनों बहनों का अंतिम संस्कार साथ-साथ हुआ, जिसने सभी को भावुक कर दिया। 

Kota Emotional Story : कोटा शहर में दो बहनों के अटूट प्रेम और गहरे भावनात्मक रिश्ते की ऐसी कहानी सामने आई है, जिसने हर किसी को भावुक कर दिया। कुछ ही घंटों के अंतराल में दोनों ने दुनिया को अलविदा कह दिया और परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार एक साथ किया।जानकारी के अनुसार, आरोग्य नगर निवासी 68 वर्षीय कंचन बाई लंबे समय से बीमार चल रही थीं। रविवार सुबह 10 अगस्त को उनका बीमारी के चलते निधन हो गया। यह खबर महावीर नगर में रहने वाली उनकी छोटी बहन 60 वर्षीय कांति बाई तक पहुंची तो वह गहरे सदमे में चली गईं। दुखद बात यह है कि यह घटना रक्षाबंधन के दो दिन बाद घटी। 

अंतिम दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचीं और निकल गए प्राण

दोनों बहनों का आपस में बेहद गहरा लगाव था और वे हर सुख-दुख में एक-दूसरे का सहारा बनी रहती थीं। बता दें कि बड़ी बहन के निधन की सूचना मिलते ही कांति बाई अंतिम दर्शन के लिए बहन के घर पहुंचीं। वहां परिजनों के साथ गम बांटते समय अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

कोटा की मार्मिक खबर: भाइयों को राखी बांध 2 बहनों की मौत, एक की सदमें में-दूसरी ने त्याग दिए प्राण

दोनों की एक साथ चिताएं सजाकर दी अंतिम विदाई 

  • परिजनों के मुताबिक, तीनों बहनें (इनमें से एक का पहले ही निधन हो चुका था) बचपन से ही एक-दूसरे की भावनाओं और जीवन का अहम हिस्सा रही हैं। बड़ी बहन की मौत का सदमा छोटी बहन बर्दाश्त नहीं कर सकीं और उनका भी कुछ ही देर बाद निधन हो गया। परिवार ने निर्णय लिया कि दोनों का अंतिम संस्कार साथ-साथ किया जाएगा। इसके बाद आरके पुरम मुक्तिधाम में पास-पास चिताएं सजाकर दोनों को एक साथ विदा किया गया। इस दृश्य को देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।
  • यह घटना इस बात की गवाही है कि रिश्तों का असली अर्थ सिर्फ साथ जीने में नहीं, बल्कि एक-दूसरे की भावनाओं को इतने करीब से महसूस करने में है कि जुदाई भी बर्दाश्त न हो सके।