सार

राजस्थान की एजुकेशन सिटी कहे जाने वाले कोटा शहर से दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां फिर परीक्षा के तनाव के चलते एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। पीड़ित पिता रोते हुए बोले- बता देता इतना तनाव है तो हम वापस घर बुला लेते। कम से कम बेटा तो नहीं खोना पड़ता।

कोटा (kota). शिक्षा की नगरी यानि राजस्थान का कोटा जिला...। हजारों की संख्या में देश विदेश के छात्र यहां डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना लेकर आते हैं लेकिन अब कई स्टूडेंट इस सपने को बीच में ही छोड़ देते हैं और कई तो पढ़ाई के दबाव के चलते जान दे रहे हैं। ताजा मामला सामने आया जहां एक और छात्र ने इसी कारण जान दी है। करीब चैबीस घंटे तक उसका कमरा बंद रहा तो उसके साथियों ने हॉस्टल संचालक को इसकी सूचना दी। संचालक ने जबरन कमरा खोला तो 17 साल का अभिषेक फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस को सूचना दी गई तो कोटा जिले की कुन्हाड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और आज शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।

युवक गुरुवार रात रूम से बाहर नहीं आया तो साथियों को हुई चिंता

पुलिस ने बताया कि यूपी के बदायूं निवासी 17 साल के अभिषेक ने सुसाइड़ कर लिया। बुधवार रात से गुरुवार रात तक उसका कमरा बंद था। दोस्तों को चिंता होने लगी तो हॉस्टल संचालक को सूचना दी। लाश को गुरुवार रात नीचे उतारा गया और मुर्दाघर में रखवाया गया। आज यूपी से आए परिजनों को लाश सौंप दी गई। लाश के पास ही सुसाइड़ नोट मिला जिसमें पढ़ाई का दबाव होने की बात लिखी है। पिता के लिए लिखा कि आपने इतना प्यार दिया मै ही इस काबिल नहीं निकला।

बेटे के मौत का सुन रोते हुए पिता बोले- पढ़ने भेजा था सोचान हीं था ये होगा

उधर बेटे की लाश को देखकर फूट फूट कर रोए पिता ने पुलिस को कहा कि हमने तो बेटे को पढ़ने और काबिल बनने के लिए भेजा था। नीट की तैयारी करना उसका खुद का ही फैसला था। बेटे के हर फैसले के साथ थे हम और उसे पूरा करने के लिए मेहनत भी कर रहे थे। लेकिन वह इस तरह से चला जाएगा यह सपने में भी नहीं सोचा था। बेटा पिता की अर्थी उठा रहा यह तो सुना था लेकिन अब पिता बेटे की अर्थी उठाएगा......। कोटा में पिछले कुछ सप्ताह में दर्जन भर से भी ज्यादा छात्र सुसाइड़ कर चुके हैं।

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