सार

कोटा में सुसाइड का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। उत्तर प्रदेश के कोटा में नीट की तैयारी करने आई एक छात्रा ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। एक दिन पहले ही पिता उससे मिलकर घर लौटे थे।

कोटा। एजुकेशन हब कोटा में सुसाइड का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। देश भर से बच्चे कोटा में आते हैं कोई डॉक्टर-इंजीनियर बनने के लिए लेकिन अब अपना जीवन ही खत्म कर ले रहे हैं। कारण कुछ भी हो लेकिन माता-पिता अपने बच्चों को गवा दे रहे हैं। दो दिन पहले आंध्र प्रदेश के रहने वाले एक बच्चे ने कोटा में सुसाइड किया था और अब 21 साल की निशा ने अपनी जान दे दी है।

उत्तर प्रदेश से कोटा नीट की तैयारी के लिए आई थी
पिता अपनी बेटी को डॉक्टर बनते हुए देखना चाहते थे। वह उन्हें सफेद रंग के एप्रिन में देखना चाहते थे, लेकिन बेटी सफेद रंग के कफन में लिपटी हुई पहुंचे। पिता-माता औऱ परिवार के लोगों को रो रोकर बुरा हाल हो रहा है। कोटा जिले के महावीर नगर इलाके में जिस लड़की ने सुसाइड किया है वह नीट की तैयारी कर रही थी। लड़की उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के रहने वाली थी। उसका नाम निशा यादव था।

एक दिन पहले ही बेटी से मिलकर लौटे थे पिता
परिवार से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया निशा कुछ महीने पहले ही कोटा आई थी। उत्तर प्रदेश से उसके पिता भी उसके साथ यहां उसे सेटल करने के लिए आए थे। कुछ दिन पहले उसने अपने पिता से कहा था वह हॉस्टल बदलना चाहती है। ऐसे में पिता 6 दिन पहले वापस कोटा पहुंचे थे और कोटा के महावीर नगर में बेटी को गर्ल्स हॉस्टल में रूम दिलवा दिया था। यहां उसके साथ 6 दिन तक वे साथ रहे थे। बुधवार दोपहर बाद वह वापस उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो गए थे। देर रात करीब 1:00 बजे भी उन्होंने अपनी बेटी से बात की तब तक सब सही था। सुबह अचानक उनके पास बेटी के सुसाइड करने को लेकर फोन आया तो वे स्तब्ध रह गए।

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