सार

राजस्थान में एक बार फिर से सत्ता वापस लेने की चाहत में कांग्रेस बंपर ऐलान कर रही है। अब गहलोत सरकार ने महिलाओं के लिए घोषणाओं का पिटारा खोल दिया है। जिसमें मासिक चक्र पर अवकाश-फ्री IVF तक शामिल है।

जयपुर. राजस्थान संभवतः देश का पहला राज्य होगा जहां पर महिलाओं के लिए इस तरह की घोषणा की गई है। राजस्थान में आज कांग्रेस पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया है। इस मेनिफेस्टों में राजस्थान की लाखों महिलाओं के लिए भी घोषणा की गई है। दो सबसे बड़ी घोषणाएं हैं महिलाओं के लिए.....।

निसंतान दम्पत्तियों के लिए बड़े ऐलान

पहली निसंतान दम्पत्तियों के लिए है जो आईवीएफ कराने के लिए जाते हैं लेकिन बहुत ज्यादा महंगी प्रक्रिया होने के कारण आईवीएफ से कदम खींच लेते हैं। ऐसे दम्पत्ति अब कुछ नियमों को पालन करने के बाद सरकार की ओर से फ्री इलाज करा सकेंगे। ऐसा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा है। घोषणा पत्र के 35वें पेज पर महिलाओं को लेकर छह से सात बड़ी घोषणाएं की गई है। उनमें से यह एक है।

महिलाओं को तीन से पांच दिन का अवकाश

दूसरी सबसे बड़ी घोषणा है कि मासिक च्रक के दौरान अब राजस्थान की कांग्रेस सरकार महिलाओं को तीन से पांच दिन का अवकाश दे सकेगी। कांग्रेस सरकार के कुछ नेताओं को तो यहां तक कहना है कि इसे सरकारी स्तर पर लागू कराने के साथ ही निजी स्तर पर भी लागू कराने के प्रयास किए जाएंगे। राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों की संख्या की बात करें तो करीब सात से आठ लाख सरकारी कर्मचारी हैं जिनमें करीब एक लाख पचास हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं। कांग्रेस सरकार रीपीट होती है और इस तरह की घोषणा अमल में लाई जाती है तो यह देश की सबसे बड़ी घोषणा होगी महिलाओं के लिए।