सार

एक तरफ केंद्र सरकार देश में तीसरी संतान ना पैदा करने के लिए जनसंख्या निंयत्रण कानून लाने वाली है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में एक समाज ने अनोखी स्कीम लागू की है। जिसकी किसी की तीसरी संतान होगी उसे 50 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा।

जयपुर. एक तरफ से पूरे देश में जहां जनसंख्या नियंत्रण की बात की जा रही है। हम दो और हमारे दो का नारा दिया जा रहा है। इसी बीच राजस्थान से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक समाज तीसरी संतान होने पर दंपति को 50 हजार रुपए की एफडी करवा कर देगा। दरअसल समाज में यह निर्णय घटती जनसंख्या को लेकर किया है।

इस वजह से समाज ने यह फैसला लागू किया

हाल ही में कुछ दिनों पहले समाज की एक साधारण सभा की बैठक आयोजित हुई। इसमें कई पदाधिकारियों ने कहा कि आज समाज देश के कई राज्यों में फैल चुका है। लेकिन समाज की जनसंख्या कम होने के कारण हालात यह हो चुके हैं कि लड़की और लड़कियों की शादी के लिए दूल्हा-दुल्हन नहीं मिलते हैं। ऐसे में समाज ने यह फैसला लागू किया है। इसके पहले समाज में भी यह स्कीम थी लेकिन तीसरी संतान बेटी होने पर ही पैसे दिए जाते थे।

तीसरी संतान के फैसले पर सभी ने किया समर्थन

इसके अलावा बैठक में निर्णय किया गया कि देश के मुख्य धार्मिक स्थलों पर समाज की ओर से भवन बनाए जाएंगे। जहां प्रवास के दौरान समाज के लोग वहां रुक सके। वही समाज के तीसरी संतान के फैसले पर सभी ने अपना समर्थन दिया। आपको बता दें कि माहेश्वरी समाज अग्रवाल समाज से मिलता-जुलता समाज है। सभी रीति रिवाज उन्ही की तरह माने जाते हैं।

जयपुर-उदयपुर और भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा यह समाज

राजस्थान में मुख्य रूप से माहेश्वरी समाज की आबादी राजधानी जयपुर की और उसके आसपास के इलाकों और भीलवाड़ा उदयपुर में है। इसके अतिरिक्त अन्य शहरों में इनकी आबादी केवल 5 से 6 हजार है। जबकि भीलवाड़ा और उदयपुर में इनकी आबादी करीब 50 हजार के लगभग है। समाज के ज्यादातर लोग आज भी पुराने कारोबार से भी जुड़े हुए हैं।