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कोई घर के ताने सुनकर तो कोई घरवालों के ठुकराने के बाद भी खुदगर्ज बनी, राजस्थान की इन बेटियों को सलाम
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जयपुर. राजस्थान की तीन बेटियों ने अपनी हार नहीं मानी और खुदगर्ज बनकर अब अपना परचम लहरा रही है। जो अभी मॉडलिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है जिनका सपना मिस राजस्थान बनना है। आपको बता दें कि राजधानी जयपुर में इन दिनों मिस राजस्थान कांपटीशन चल रहा है। जिसमें 3 लड़कियां टॉप फाइनलिस्ट लिस्ट में शामिल है। भले ही आज इनकी सफलता पर लोग जश्न मना रहे हो लेकिन इनकी कहानियां आज भी हर किसी को रुला देती है। सबसे पहले बात ऐश्वर्या की...
ऐश्वर्या बताती है कि कोरोना के दौरान उसके माता और पिता दोनों की मौत हो गई। नानी और ननिहाल के बाकी लोगों ने उसके सपनों को पूरी करने की आजादी दी। उसके बाद से लगातार ऐश्वर्या ने पढ़ाई के साथ साथ खुद को मॉडलिंग के लिए तैयार करना शुरू कर दिया। कोरोना के दौरान जब माता और पिता की मौत हो गई तो इसका असर ऐश्वर्या की मेंटल हेल्थ पर भी पड़ा। लेकिन ऐश्वर्या ने अपना हौसला नहीं टूटने दिया और अब यहां तक पहुंच चुकी है।
वहीं दूसरी फाइनलिस्ट नीरज यादव ने बताया कि वह हरियाणा के एक छोटे से गांव की है। जब वह पैदा हुई तो उसे किसी ने भी स्वीकार नहीं किया। उसकी मौसी उसे ननिहाल ले कर आ गई। जब वह 12वीं कक्षा में आई तो घर वालों ने सोचा कि उसकी शादी करवा देनी चाहिए इसलिए वह ननिहाल आए और नीरज यादव की शादी करवाने की सोची लेकिन नीरज ने उनके साथ जाने से मना कर दिया। यहां रहकर पढ़ाई के साथ-साथ उसने मॉडलिंग के लिए भी काम शुरू कर दिया।
ऐसी ही कहानी है जयपुर की रहने वाली आस्था चौधरी की जिनका कहना है कि उसके घरवाले कभी भी फैशन इंडस्ट्री को सही नहीं मानते थे। इसलिए उसने उन्हें बिना बताए मिस राजस्थान के लिए ऑडिशन दिए और जब सिलेक्ट हो गई तो परिवार में और भी विवाद बढ़ गया लेकिन आस्था की मम्मी ने उसको सपोर्ट किया जिसके बाद अब आस्था नहीं यह मुकाम हासिल कर लिया है।
वहीं आपको बता दें कि मिस राजस्थान कंपटीशन के लिए कुल 28 फाइनलिस्ट सिलेक्ट किए गए हैं। इसके लिए कुल 5400 लड़कियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था। जिसमें 1800 से ज्यादा सिलेक्ट हुई