सार
भारतीय लोग रीति-रिवाज और परंपरा के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर देते हैं। राजस्थान के नागौर जिले से एक अनोखा मामला देखने को मिला है। जहां दो किसान भाइयों ने 71 लाख रुपए कैश, 41 किलो सोना और नोटो से भरी चुनरी से बहन का मायरा भरा है।
नागौर. राजस्थान में शादी हो और उसकी चर्चा ना हो ऐसा संभव नहीं है । फिर वह शादी चाहे शाही शादी हो या फिर गांव की कोई बरात । अब एक शादी की चर्चा राजस्थान के नागौर जिले से है । शादी आने वाले दिनों में होनी है लेकिन शादी से पहले मायरा भरने के कार्यक्रम में ऐसी घटना हुई कि मायरा कार्यक्रम में पहुंचे परिवार के सदस्यों और मेहमानों की आंखें नम हो गई।
71 लाख रुपए कैश और 40 किलो सोने से भरा बहन का मायरा
दरअसल नागौर में जाट परिवार में शादी का आयोजन है । दूल्हे के दो मामा हैं जिन्होंने मायरा भरने में नए रिकॉर्ड बना दिए । वह अपनी बड़ी बहन के घर मायरा लेकर पहुंचे। इसमें 71 लाख रुपए कैश था । 40 तोला सोने के जेवर थे और 5 किलो शुद्ध चांदी के बर्तन थे। यह सब कुछ लाकर दोनों भाइयों ने अपनी बहन के चरणों में रख दिया । नागौर की जायल तहसील के राजोद गांव का यह मामला है।
बहन के लिए पिता बन गए दोनों भाई
राजोद गांव में रहने दिनेश और उनके छोटे भाई मुकेश ने नजदीकी सोनेली गांव में अपनी बड़ी बहन संतोष देवी की शादी की है । संतोष देवी उनकी इकलौती बड़ी बहन है जिन्होंने कम उम्र में ही पिता की मौत के बाद अपने दोनों भाइयों को पिता के नहीं होने का अहसास तक नहीं होने दिया । दोनों भाइयों को इतना पढ़ाया लिखाया की एक भाई अमेरिकन एंबेसी में कार्यरत हो गया तो दूसरा भाई भारतीय सेना में सेवा देने लगा ।
लग्जरी गाड़ियों में बैठकर बहन के घर पहुंचे थे भाई
अब संतोष के बेटे आकाश की शादी है। आकाश की शादी से पहले गांव में ही मायरा कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दोनों भाई अपने परिवार के साथ लग्जरी गाड़ियों में बैठकर अपनी बहन के घर पहुंचे । वहां जाने के बाद उन्होंने करोड़ों रुपयों के जेवर , कैश बहन के चरणों में रख दिए । उनका कहना था कि हमारे लिए आप ही हमारे पिता के समान है ।
यह नाजार देख लोगों की आंखों में आ गए आंसू
गांव वालों ने यह दृश्य देखा तो उनकी आंखें नम हो गई । आकाश के पिता मनीष पोटलिया भी इराक में अमेरिकन एंबेसी में कार्यरत हैं। आकाश के बड़े मामा भी इराक में अमेरिकन एंबेसी में कार्यरत है।