चित्तौड़गढ़, राजस्थान. दिमाग शॉर्प हो, तो कबाड़े का भी सदुपयोग किया जा सकता है। हर बेकार चीज असेंबल करके काम में लाई जा सकती है, कैसे? इस 22 साल के इस किसान से सीखिए। बेशक खेती-किसानी को आसान बनाने कई बड़ी कंपनियां आधुनिक उपकरण बनाने लगी हैं। लेकिन इन मशीनों का खरीद पाना साधारण किसान के वश की बात नहीं होती। इस लड़के ने इसी को ध्यान में रखकर ऐसी चीजें डिजाइन कर दीं, जिनकी लागत न के बराबर है। यह हैं नारायण लाल धाकड़। ये जिले के एक छोटे से गांव जयसिंहपुरा में रहते हैं। ये जुगाड़ तकनीक से कई ऐसी मशीनें बना चुके हैं, जो खेती-किसानी में बड़े काम आ रही हैं। ये अपने सारे आविष्कार यूट्यूब चैनल 'आदर्श किसान सेंटर' के जरिये डेमो देते हैं। इनके चैनल को लाखों लोग फॉलो करते हैं।