जयपुर, राजस्थान. कलेजा चीरने वाली यह तस्वीर जयपुर की है। उन लोगों के दिलों पर क्या बीती होगी, जो अंतिम समय में भी अपनों का चेहरा नहीं देख सके। पहली तस्वीर 17 अप्रैल की है। 22 साल के एक युवक की मौत के बावजूद उसके परिजन पास नहीं आ सके। उन्होंने वीडियो कॉल पर बेटे का चेहरा देखा। ऐसा ही एक मामला हाल में सामने आया। एक मां-बाप अपनी मासूम बेटी को अंतिम विदाई देते समय भी उसे देख नहीं सके। कोरोना प्यार में भी बाधक बन गया है। 4 साल की इस बच्ची की 9 मई को कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी। चूंकि मां-बाप खुद हॉस्पिटल में क्वारेंटाइन थे, इसलिए बेटी की लाश मर्चुरी में रखी रही, लेकिन वे दर्शन नहीं कर पाए। यह मामला जयपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटल सवाई मानसिंह से जुड़ा है। आगे पढ़ें इसी खबर के बारे में...