सार
राजस्थान के डूंगरपुर से दिवाली से पहले एक परिवार में ऐसी घटना घटी है कि पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। सिर्फ दस दिन में एक-एक कर तीन बेटियों की मौत हो गई। वजह परिवार की लापरवाही….
डूंगरपुर. खबर राजस्थान के डूंगरपुर जिले से है। जहां सिर्फ दस से बारह दिन में एक एक कर तीन बहनों की मौत हो गई। परिवार का रो रोकर बुरा हाल है। एक बेटी का अंतिम संस्कार किया, दो दिन बाद दूसरी चल बसी। उसकी अंतिम क्रिया कर ही रहा था परिवार की तीसरी बेटी भी साथ छोड गई। उनकी उम्र आठ साल से लेकर दो साल के बीच है। हालात ये हो गए हैं कि परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे है।
तीन बेटियां थीं और तीनों की हो गई मौत
डूंगरपुर जिले के गलियाकोट उपखंड क्षेत्र के रामसौर ग्राम पंचायत में स्थित सेमलिया फला गांव का यह मामला है। यह आदिवासी और भील समाज से ताल्लुक रखने वाले लोग रहते हैं। यह हादसा सोमा ताबियाड के परिवार में हुआ है। सोमा की तीन बेटियों की मौत हो गई है। चौबीस अक्टूबर से छह नवम्बर के बीच तीन बेटियों ने दम तोड़ दिया है।
एक-एक करके तीनों की टूटती गईं सांसे
सबसे बड़ी बेटी विमला की मौत 24 तारीख को हुई थी। बुखार था लेकिन परिवार उसका इलाज झाड फूंक के जरिए ही करा रहा था। इस बीच उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत के चार दिन बाद छह साल की गुड़िया की तबियत और ज्यादा खराब हो गई। अस्पताल लेकर परिवार पहुंचा लेकिन जब तक देरी हो चुकी थी और गुड़ियां ने दम तोड़ दिया। अब दो नवम्बर से दो साल की बेटी पिंकी की तबियत खराब हुई, उसे भी सही समय पर इलाज नहीं मिल सका और छह नवम्बर को उसने भी दम तोउ़ दिया। इसकी सूचना अब प्रशासन के पास पहुंची है। पता चला है कि तीना बेटियों की मौत बुखार बिगड़ जाने से होना सामने आया है।