राजस्थान के पाली जिले में एक महिला की भालू के हमले में दर्दनाक मौत हो गई। 8 साल का बेटा चीखता रहा, लेकिन मां को नहीं बचा सका। भालू ने महिला की खोपड़ी तक नोच डाली।
पाली (राजस्थान). पाली जिले के सिरियारी कस्बे के निकट जूनी फुलाद गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक 35 वर्षीय महिला की भालू के हमले में मौत हो गई। रविवार सुबह 8 बजे हुई इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। मृतका संतोष देवी रावत अपने 8 साल के बेटे तेजराज के साथ जंगल में लकड़ियां लेने गई थी। जब वह पर्वत सिंह की धूणी के पास टहनियां तोड़ रही थी, तभी अचानक एक भालू ने उस पर हमला कर दिया। भालू के हमले से घबराए बेटे तेजराज ने जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
आंखें फोड़ दी और पसलियां तोड़ दीं…
भालू ने संतोष देवी के चेहरे को बुरी तरह नोच डाला था। उनकी आंखें फोड़ दी गई थीं और सिर की चमड़ी फट गई थी। आंतें बाहर निकाल दी और पसलियां तोड़ दी। गंभीर रूप से घायल संतोष को तुरंत मारवाड़ अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें पाली के बांगड़ अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत
मृतका के पति राम सिंह रावत अहमदाबाद (गुजरात) में होटलकर्मी हैं। संतोष के तीन बच्चे हैं। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। जोजावर रेंज के रेंजर विजेंद्र सिंह डाबी के अनुसार, रेंज एरिया में 150 से ज्यादा भालू हैं। भालू इंसानों को खतरा समझकर हमला कर देते हैं।
डॉक्टर बोले-कभी नहीं देखी इतनी भयावह क्रूरता
बांगड़ अस्पताल के डॉ. जेपी रांगी ने बताया कि महिला के चेहरे और खोपड़ी पर गंभीर चोटें थीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले कभी इतना क्रूर हमला नहीं देखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जंगल में भालूओं की संख्या बढ़ रही है और वे अक्सर गांवों में आ जाते हैं। इससे लोगों की जान को खतरा बना रहता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि भालूओं को पकड़ने के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
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