सार
राजस्थान के पाली शहर में अनोखी शादी हुई। यहां दूल्हे ने सगाई में मिले 11.50 लाख रुपए लौटाते हुए बोला- एक रुपया और श्रीफल दे देवें, यहीं बहुत है। इसके अलावा दुल्हन के लिए दूल्हें ने जो बात कही उसने तो मेहमानों की आंखे नम कर दी। पढ़ें पूरी खबर।
पाली (pali). राजस्थान में एक और अनोखी शादी हुई है। इस शादी सोशल मीडिया पर चर्चे हो रहे हैं। शादी से ज्यादा चर्चे दूल्हे के हो रहे हैं, दूल्हे ने अपनी होने वाली दुल्हन और उसके पिता के सम्मान में दिल छू लेने वाली बात कही तो वहां मौजूद मेहमानों की आखें नम हो गई। दुल्हन और उसके पिता तो अपने आंसू काबू में नहीं कर सके और रोने लगे। मामला राजस्थान के पाली जिले में हो रही एक सगाई समारोह का है।
दूल्हे ने लौटाए लाखों रुपए तो टेंशन में आए लड़की वाले
दरअसल नागौर जिले की दुल्हन की शादी पाली जिले के दूल्हे से 22 फरवरी को हुई। शादी से ठीक पहले सगाई का आयोजन किया गया था। सगाई में नागौर जिले के प्रेम सिंह शेखावत ने अपने होने वाले दामाद पाली जिले के अमर सिंह और उनके मेहमानों का स्वागत किया। सगाई समारोह पाली जिले में रखा गया था। सगाई में मेहमानों के साथ नागौर से पाली पहुंचे दुल्हन बबीता के पिता प्रेम सिंह शेखावत ने जब टीके के रूप में दूल्हे को ग्यारह लाख पचास हजार रुपए से भरा हुआ थाल सौंपा तो दुल्हे ने यह पैसा लेने से इंकार कर दिया। एक बार तो दुल्हन पक्ष के लोग परेशान हो गए, कि कहीं दूल्हे की कोई मांग तो नहीं।
दूल्हें ने पैसे लेने की जो वजह बताई, उसने जीत लिया सबका मन
लेकिन रुपयों से भरा हुआ थाल वापस लौटाते हुए दूल्हे ने कहा कि उसे माता पिता का आर्शीवाद चाहिए। एक रुपया और श्रीफल दे रहे हैं यह काफी है। आप संस्कारी बेटी मुझे सौंप रहे हैं वही मेरे कुल का मान बढ़ाएगी। दहेज लेना समाज के लिए उचित नहीं है। यह राजपूत समाज के लिए गलत परंपरा है।
दरअसल दूल्हा अमर सिंह आर्मी में सिपाही है और देहरादून में तैनात हैं। उनके पिता भंवर सिंह भी आर्मी अफसर हैं। भंवर सिंह के पिता भी देश सेवा मे रहे हैं। पाली के इस राजपूत परिवार की अब पाली जिले से लेकर नागौर जिले तक तारीफ हो रही है। शादी के बाद टीके की ये तस्वीरें सामने आई हैं।