सार

राजस्थान उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद पार्टी में विरोध के स्वर उठे हैं। सलूम्बर सीट पर नाराज नेता को मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने अपना विमान तक भेजा। क्या भाजपा इस चुनौती से निपट पाएगी?

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के उपचुनाव को लेकर भाजपा ने 7 में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, लेकिन इसके साथ ही पार्टी के भीतर विरोध की आवाजें भी तेज हो गई हैं। कई दावेदार और उनके समर्थक घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। कुछ नेताओं ने तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है। इस स्थिति से निपटने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता रणनीति बनाने में जुट गए हैं।

नाराज हुआ बीजेपी कार्यकर्ता तो मनाने भेजा दिया खुद का प्लेन 

विशेष रूप से सलूम्बर विधानसभा सीट पर शांता देवी मीणा को टिकट दिए जाने के निर्णय पर नरेंद्र मीणा का विरोध सामने आया है। उन्हें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर बुलाया, जहां उनके लिए चार्टर प्लेन की व्यवस्था की गई। मुख्यमंत्री ने श्रीचंद कृपलानी और विधायक उदयलाल को सलूम्बर भेजकर नरेंद्र को जयपुर बुलवाया। सूत्रों के अनुसार, भाजपा आलाकमान नरेंद्र मीणा को मनाने में सफल हो सकता है, लेकिन हालात अभी भी नाजुक हैं। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है किसी कार्यकर्ता के लिए मुख्यमंत्री है अपना विमान भेजा हो...।

फूट-फूटकर रोने लगे नरेंद्र मीणा

रविवार को एक बैठक के दौरान, नरेंद्र मीणा इतने भावुक हो गए कि उन्होंने फूट-फूट कर रोना शुरू कर दिया। उन्होंने पार्टी से पुनर्विचार करने का आग्रह किया और कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। यह स्थिति भाजपा के लिए एक बड़ा चुनौती बन गई है, जिससे पार्टी की अंदरूनी एकता पर भी सवाल उठ रहे हैं।

कल होगा कांग्रेस के टिकटों का ऐलान

इस बीच, कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस ने उम्मीदवारों के पैनल पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है, जिसमें सभी प्रमुख नेता शामिल होंगे। कांग्रेस का टिकटों का ऐलान सोमवार या मंगलवार तक होने की संभावना है।

बीजेपी कांग्रेस की अब असली परीक्षा…7 सीटों पर उपचुनाव

भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के भीतर चल रही यह हलचल आगामी उपचुनाव में राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है। राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव होना है कांग्रेस पार्टी अभी तक अपने पत्ते नहीं खोल रही है। पार्टी को भी विरोध का डर सता रहा है।