सार

राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गहलोत सरकार में शुरू हुई राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को 31 दिसंबर तक बंद करने के आदेश जारी कर दिए। जबकि सीएम ने सुबह कहा था कि कांग्रेस की कोई भी योजना बंद नहीं होगी। लेकिन शाम को बंद के आदेश दिए।

जयपुर. राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शपथ ग्रहण करने के बाद से लगातार एक्टिव मोड में है। पहले तो उन्होंने लापरवाही बरतने पर एसएमएस हॉस्पिटल के तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। वहीं अब मुख्यमंत्री ने गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को भी बंद कर दिया है। जिससे राजस्थान के करीब 10 हजार युवा बेरोजगार हो चुके हैं।

इस योजना में युवाओं को मिलते थे हर महीने 10 हजार

योजना में युवा मित्रों का काम आम जनता तक सरकार और सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं की जानकारी फैलाना था। जिसके बदले उन्हें हर महीने 10 हजार रुपए दिए जाते थे। यह योजना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2021 में शुरू की थी। पुरानी गहलोत सरकार ने इस योजना को इसलिए शुरू किया था ताकि युवाओं का एक ग्रुप तैयार हो जो सरकारी योजनाओं के मूल विचार को लोगों तक पहुंच सके और जिससे फायदा पाकर लोगों की मूल ज़रूरतें पूरी हो।

योजना बंद के बाद गहलोत ने दिया बड़ा बयान

इस इंटर्नशिप के लिए करीब 50 हजार लोगों ने अपना नामांकन किया था जिसके बाद करीब 10 हजार लोगों को इसका फायदा मिला था। अब इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इस कार्यक्रम को बंद करके कोई अच्छा काम नहीं किया गया है। इस स्कीम के जरिए युवा सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक्ष कर रहे थे। यदि सरकार को राजीव गांधी के नाम से ही परेशानी थी तो वह इसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी भी कर सकती थी।

सुबह बोले सीएम-कोई योजना बंद नहीं होगी, शाम को बंद के आदेश

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेशवासी जानते हैं कि भाजपा सरकार ने पहले अस्थाई तौर पर पंचायत सदस्यों को लगाया था। जिसे हमारी सरकार ने वेतन बढ़ाया था। इसी सोच के साथ हमने युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू किया था ऐसे में सरकार का दायित्व होना चाहिए था कि वह इसे जारी रखें। बता दें कि दिन में सीएम भजनलाल ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि राज्य में कांग्रेस सरकार की योजनाएं बंद नहीं होंगी। लेकिन शाम को राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना को बदं करने के आदेश दे दिए।