सार

राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली से आए तमाम आलाकमानों ने दोनों के बीच दूरियां कम करने के कई प्रयास किए, लेकिन सब फेल। अब एक बार फिर पायलट ने पेपर लीक मामले को लेकर गहलोत पर हमला बोला है।

जयपुर. राजस्थान के विधानसभा चुनाव में अब 5 महीने से भी कम का समय बचा है। लेकिन राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में चल रही खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में जयपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज्य के कार्यकाल के समय हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ पूर्व डिप्टी सीएम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जांच न करने का आरोप लगाते हुए जयपुर में धरने पर बैठे थे। अब इस मामले पर एक बार पायलट ने निशाना साधा है।

जब तक किसान का बेटा कुर्सी पर नहीं बैठेगा, तब तक हक नहीं मिलेगा

बाड़मेर में हुए एक कार्यक्रम में सचिन पायलट ने कहा है कि उनकी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हमेशा जारी रहेगी। भ्रष्टाचार समाज को दीमक की तरह खोकला कर रहा है। इतना ही नहीं सचिन पायलट ने कहा है कि भले ही कुछ लोगों को अच्छा लगे या बुरा लेकिन हम उसके खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए। राजस्थान में जब पेपर लीक होता है तो लाखों युवाओं के सपने बर्बाद होते हैं। हमें इसे रोकना होगा। वहीं सचिन पायलट ने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ लिया है। पायलट ने कहा कि दिल्ली में वह पहलवान धरने पर बैठे हैं जो देश के लिए मेडल लाते थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई तक नहीं की जा रही है। पायलट ने कहा कि जब तक किसान का बेटा कुर्सी पर नहीं बैठेगा तब तक गरीब और किसानों के हक में बिल्कुल भी फैसला नहीं आने वाला है।

सचिन पायलट के हमले से फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ी

गौरतलब है कि राजस्थान में साल 2020 में हुए सियासी घमासान के बाद आलाकमान ने पायलट और गहलोत गुट के बीच दूरियां कम करने को लेकर कई कोशिश की दो बार राजस्थान के प्रभारी भी बदले गए। लेकिन कोई भी हल नहीं निकल पाया। सचिन पायलट के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ चुकी है। हालांकि पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सचिन पायलट आम आदमी पार्टी या बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। लेकिन अपने हरे भाषण में सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसने के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी आड़े हाथ ले रहे हैं। राजनीतिक जानकारों की माने तो सचिन पायलट किसी भी दूसरी पार्टी को ज्वाइन नहीं करेंगे जबकि कांग्रेस में रहकर ही घात लगाने का काम कर सकते हैं। आपको बता दें कि पायलट ने जब यह भाषण दिया उस दौरान राजस्थान के 25 विधायक कार्यक्रम में मौजूद थे।