सार

जब-जब चुनाव होते हैं तब-तब नेताओं का दल-बदलने का काम शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव से पहले इतने बड़े-बड़े नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं, जो शायद ही पहले कभी हुआ होगा। विधायक से सासंद तक अब भाजपा के हो गए।

जयपुर. राजस्थान में इन दिनों वह सब हो रहा है जो राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में कभी नहीं हुआ । कांग्रेस के कई नेता रातों-रात भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए । जब मोबाइल स्टेटस बदला तब पता चल अब वह कांग्रेस के नहीं रहे। ऐसे नेताओं की संख्या हजारों में है, लेकिन यह सात नाम सबसे ज्यादा चर्चा में इसलिए है क्योंकि यह कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ चुके हैं। अब भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें पार्टी में शामिल कर लिया है और इनमें से कुछ को टिकट भी दे दिया है।

वसुंधरा राजे के सामने चुनाव लड़ चुके हैं ये नेता

इनमें सबसे बड़ा नाम मानवेंद्र सिंह का है। जो हाल ही में 12 अप्रैल को भाजपा में शामिल हुए। जबकि 5 महीने पहले ही उन्होंने बाड़मेर की सिवाना सीट से विधायक का चुनाव लड़ा था। इससे पहले 2018 में वह वसुंधरा राजे के सामने चुनाव लड़ चुके हैं।

जो कांग्रेस की सांसद थीं वो अब भाजपा में

दूसरा नाम ज्योति मिर्धा का है। जो पहले कांग्रेस से सांसद रह चुकी है। लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा ने प्रत्याशी बनाया और अब लोकसभा का चुनाव भी वह ही लड़ रही है। उद्योगपति रिजु झुनझुनवाला 2019 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन इस बार वह भाजपा में आ गए। इसी तरह गोपाल शेखावत ने भी 2019 में चित्तौड़गढ़ से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और अब भाजपा में शामिल हुए।

यह 6 नेता भी राजस्थान में बड़ा नाम

इसी तरह रामपाल शर्मा, सुभाष महरिया, महेंद्रजीत सिंह मालवीया, राजेंद्र यादव, नंदकिशोर महरिया, लालचंद कटारिया कई ऐसे बड़े नाम है जो लंबे समय तक एक पार्टी के साथ नहीं रहे। हालांकि राजनीतिक जानकार बताते हैं कि जब किसी पार्टी के सत्ता में आने की संभावनाएं ज्यादा हो तो ऐसा होता है कि अन्य दलों के नेता भी उसमें शामिल होते हैं।