सार

राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां अपने प्रत्याशियों की दो-दो लिस्ट जारी कर चुकी हैं। जिन नेताओं का टिकट नहीं दिया है वह बगावत करने लगे हैं। जिसके चलते अब यह नेता पार्टी छोड़ने लगे हैं।

जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अब पूरी तरह से तेज हो चुकी है। कांग्रेस और भाजपा द्वारा दो-दो प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने के बाद अब यहां चुनावी माहौल भी बनना शुरू हो चुका है। हालांकि टिकट वितरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी में लगातार बगावत के सुर बढ़ते जा रहे हैं। फिर चाहे वह बात चित्तौड़गढ़ की हो या फिर अन्य कहीं, गलत टिकट वितरण को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।

4500 कार्यकर्ताओं ने पार्टी का दामन छोड़ दिया

ऐसा ही विरोध राजस्थान की मकराना विधानसभा सीट पर है। जहां भारतीय जनता पार्टी ने युवा नेता और सरपंच प्रकाश भाकर को टिकट नहीं दिया तो यहां पर पार्टी के 4500 कार्यकर्ताओं ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। इनमें 3500 पन्ना प्रमुख,190 बूथ अध्यक्ष,5 से 4 मंडल अध्यक्ष, 17 आईटी संयोजक और तीन युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्षों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही पार्टी हाई कमान से मांग की है कि टिकट पर विचार करके पार्टी को टिकट बदलने के लिए तीन दिन का समय दिया है।

टिकट नहीं मिलने से बगावती हो रहे नेता

ऐसे में अब देखना होगा कि आखिरकार पार्टी अपने कार्यकर्ताओं की सुनकर मकराना से टिकट को रिपीट कर पाती है या नहीं। आक्रोशित कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रकाश भाकर लगातार फील्ड में एक्टिव रहे। हर मोर्चे पर मौजूद प्रदेश सरकार का विरोध किया लेकिन फिर भी उन्हें नजर अंदाज कर दिया गया। और उनकी जगह सुमित्रा भींचर को टिकट दे दी गई है।

10 सीट ऐसी हैं जहां बीजेपी को हो सकता है नुकसान

कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि पार्टी प्रकाश भाकर को टिकट देती भी नहीं है तो यहां से प्रकाश निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। जिसका सबसे बड़ा खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को ही भुगतना पड़ेगा। आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी में टिकट वितरण होने के बाद फिर लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। राजस्थान में करीब 10 सीट ऐसी हैं जहां भारतीय जनता पार्टी को बगावत का भारी नुकसान हो सकता है।