सार

राजस्थान में चुनाव से पहले भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। वसुंधरा के करीबी माने जाने जाने वाले नेता अमीन पाठक ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। 

जयपुर। इस बार भाजपा में वसुंधरा राजे की कम चली है। ऐसे में उनसे ताल्लुक रखने वाले कई नेताओं को तो पार्टी ने टिकट ही नहीं दिए हैं। यहां तक कि उनके बेहद करीबी माने जाने वाले कुछ नेताओं को भी टिकट से वंचित रखा गया है। इस बीच बुधवार को वुसंधरा राजे के साथ ही भाजपा को भी बड़ा झटका लगा है। दरअसल वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता अमीन पठान ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है।

दरअसल हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अमीन पठान ने बुधवार को कांग्रेस के अल्पसंख्यक नेताओं और सीएम गहलोत के सामने भाजपा को छोड़ कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। गहलोत और अन्य नेताओं ने उन्हें पार्टी का दुपट्टा पहनाया और उनका स्वागत किया। 

कामां सीट से टिकट चाहते थे अमीन पाठक
अमीन पठान इस बार भाजपा से टिकट की मांग कर रहे थे। वे कांमा विधानसभा सीट से खुद को लगभग तय मान रहे थे। मुस्लिम बहुल वोटर की इस सीट पर पार्टी ने इस बार बिल्कुल ही नए चेहरे को उतार दिया। उनका नाम नोक्षम चौधरी है जो हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं और पहली बार ही यहां से चुनाव लड़ रही हैं। टिकट मिलते ही तीसरे दिन ही उनको चुनाव आयोग से नोटिस भी मिल चुका है।

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भाजपा ने नहीं दिया किसी मुस्लिम चेहरे को टिकट
इस बार भाजपा के कई नेताओं ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। यह पहला विधानसभा चुनाव है जबकि पार्टी ने राजस्थान से किसी भी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं दिया है। इस बार भाजपा ने कई संतों और महंतों को चुनाव में उतारा है। जबकि कांग्रेस पार्टी ने इस बार 13 मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया है।